केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस का आतंक खत्म, आखिरी मरीज की भी जांच रिपोर्ट दो बार निगेटिव आई
सितंबर के दूसरे हफ्ते कोझिकोड में दो मरीजों की मौत के बाद अधिकारियों को निपाह वायरस के फैलने का संदेह हुआ। इसके बाद संदिग्ध प्रकोप वाले कई क्षेत्रों को नियंत्रण क्षेत्र में बदल दिया गया और करीब एक हफ्ते के लिए जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान ऑनलाइन कर दिए गए।
केरल के कोझिकोड में हाल में चिंताजनक रूप ले चुका निपाह वायरस का आतंक अब खत्म हो रहा है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आज कहा कि कोझिकोड में निपाह वायरस का डर खत्म हो रहा है। उन्होंने बताया कि चार मरीजों में से आखिरी की जांच रिपोर्ट भी दो बार निगेटिव आई है, जिससे खतरा कम होता है।
कोझिकोड में निपाह वायरस से संक्रमित डिस्चार्ज किए जाने वाले मरीजों में एक नौ साल का लड़का भी शामिल है, जिसके पिता की पिछले महीने इस वायरस से मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद लड़के में वायरल के लक्षण देखे गए थे। लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक हो चुका है, जिसके बाद उसे घर जाने दिया गया है।
सितंबर के दूसरे सप्ताह के दौरान कोझिकोड में दो रोगियों की मौत के बाद चिकित्सा अधिकारियों को निपाह वायरस के फिर से फैलने का संदेह हुआ। इसके बाद संदिग्ध प्रकोप फैलने वाले कई क्षेत्रों को एक नियंत्रण क्षेत्र में बदल दिया गया और लगभग एक सप्ताह के लिए जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान ऑनलाइन मोड में चले गए।
कोझिकोड में निपाह वायरस से दो मौतें हुईं और छह लोग पॉजिटिव पाए गए। इस बीच, पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के अधिकारी चमगादड़ों से एकत्र किए गए नमूनों पर अपना परीक्षण जारी रखे हुए हैं क्योंकि वे अभी तक इस नवीनतम प्रकोप के कारण की पहचान नहीं कर पाए हैं।
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