तेजस्वी ने नीतीश के साथ फिर से गठबंधन से किया इनकार, कहा- वह थक चुके, उनसे बिहार नहीं चलने वाला
तेजस्वी यादव ने बुधवार को बांका जिले में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार केंद्र के साथ अपने प्रभाव का उपयोग करके जाति जनगणना करवाएं और राज्य के लिए विशेष दर्जा और बाढ़ से तबाह हुए क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज सुनिश्चित करें।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ फिर से गठबंधन करने की अटकलों को बुधवार को खारिज करते हुए दावा किया कि वह थक चुके हैं और अब बिहार उनसे चलने वाला नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि थके हुए जेडीयू अध्यक्ष का समय समाप्त हो चुका है। आरजेडी नेता ने कहा, "मैं व्यक्तिगत तौर पर नीतीश कुमार का सम्मान करता हूं। लेकिन, वह थक चुके हैं, उनसे बिहार चलने वाला नहीं है। उनकी क्या स्थिति है वह हम जानते हैं।"
तेजस्वी यादव ने बुधवार को बांका जिले में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार केंद्र के साथ अपने प्रभाव का उपयोग करके जाति जनगणना करवाएं और राज्य के लिए विशेष दर्जा और बाढ़ से तबाह हुए क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज सुनिश्चित करें। जनता दल (यू) प्रमुख नीतीश इस साल जनवरी में राज्य में महागठबंधन को छोड़कर बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध (एनडीए) में चले गए थे। महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी उपमुख्यमंत्री थे।
नीतीश कुमार के साथ फिर से हाथ मिलाने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "सवाल ही नहीं उठता। उनका समय समाप्त हो चुका है। वह थक चुके हैं और अब बिहार पर शासन करने में सक्षम नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है और वह सत्ता में बने रहने के लिए जेडी(यू) पर "निर्भर" है।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया, "फिर भी, नीतीश कुमार बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा दिलवाने में विफल रहे। वह जाति जनगणना के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार पर दबाव नहीं बना पाए हैं। हाल में, जब बिहार में बाढ़ आई, तो कोई शीर्ष केंद्रीय नेता नहीं आया और न ही किसी विशेष सहायता की घोषणा की गई।" उन्होंने कहा, "2008 से तुलना करें, जब मेरे पिता (लालू प्रसाद) रेल मंत्री थे। बाढ़ राहत के लिए 1,000 करोड़ रुपये के पैकेज सहित सभी प्रकार की मदद दी गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था।"
तेजस्वी पूरे राज्य के अपने दौरे के दूसरे चरण के तहत बुधवार को बांका पहुंचे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह जमुई से सीधे झारखंड के लिए रवाना हो जाएंगे जहां चुनाव की घोषणा हो चुकी है। यादव ने कहा, “मैं कल रांची के लिए रवाना हो जाऊंगा। हम झामुमो, कांग्रेस और वाम दलों के साथ गठबंधन करके एनडीए को हराएंगे। बिहार की भी चार सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। 2020 के विधानसभा चुनाव में इनमें से तीन पर हम जीते थे। हम इस उपचुनाव में चारों सीट जीतने की कोशिश करेंगे।”
आरजेडी नेता ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की प्रस्तावित “हिंदू स्वाभिमान यात्रा" पर कटाक्ष करते हुए कहा, "गिरिराज सिंह 10 साल से केंद्रीय मंत्री हैं। उनके पास दिखाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। इसलिए वह हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत और जहर बोकर अपना धंधा चलाने में लगे हुए हैं।" तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में अफसरशाही चरम पर है। जनता जानती है कि यहां पर अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग कैसे किए जाते हैं। हमें नया बिहार, विकसित बिहार बनाना है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ता दिन रात मेहनत करते हैं। चूंकि, साल 2025 में विधानसभा चुनाव हैं। हम लोग बिहार के हर जिले में कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। पहली बार ऐसा कार्यक्रम हो रहा है, जहां हम पंचायतों के अध्यक्षों से सीधे तौर पर बात करेंगे। इस दौरान, उनसे चर्चा की जाएगी कि कैसे संगठन को मजबूती प्रदान की जाए।
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