सीबीआई विवाद: सीवीसी ने सुप्रीम कोर्ट में सौंपी सीलबंद रिपोर्ट, शुक्रवार को अगली सुनवाई
सीबीआई विवाद पर सीवीसी ने आज सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सीलबंद जांच रिपोर्ट पेश की है। कोर्ट ने सीवीसी सौंपे जाने के बाद मामले की सुनवाई को शुक्रवार के लिए स्थगित कर दिया।
सीबीआई विवाद पर सीवीसी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को सीलबंद जांच रिपोर्ट सौंपा। इस दौरान कोर्ट ने देरी से जांच रिपोर्ट जमा करने को लेकर सीवीसी को फटकार भी लगाई। रिपोर्ट पेश करते हुए सीवीसी की ओर से कहा गया कि यह 2 सेटों में है। इस पर कोर्ट ने कहा कि रिपोर्ट समय पर क्यों नहीं दाखिल की। अब इस मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।
सुनवाई के दौरान सीवीसी की तरफ से तुषार मेहता ने कहा कि हम रिपोर्ट कल ही सौंपना चाहते थे। जिस पर सीजेआई ने कहा कि उनका दफ्तर कल भी खुला था, आप चाहते तो कर सकते थे।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते 26 अक्टूबर को सीवसी को निर्देश दिया था कि सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच दो सप्ताह के भीतर पूरी की जाये। यह जांच सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एके पटनायक की निगरानी में होनी थी।
इस मामले में सीवीसी के सामने छुट्टी पर भेजे गए डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की पेशी हो चुकी है। जांच के दौरान आलोक वर्मा सीवीसी के सामने पेश हुए थे जहां उन्होंने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सीवीसी को जवाब दिया था। इस दौरान उन्होंने रिश्वत लेने सहित अन्य सभी आरोपों को खारिज किया था। सीवीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के सामने आलोक वर्मा का बयान रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना भी सीवीसी के सामने पेश हुए थे।
इससे पहले 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने आलोक वर्मा और कॉमन कॉज की याचिका पर सुनवाई की थी। सुनवाई के दौरन कोर्ट ने कहा था:
· केंद्रीय सतर्कता आयोग यानी सीवीसी वर्मा के खिलाफ लगे आरोपों की जांच 2 हफ्ते में पूरी करे
· जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज ए के पटनायक करेंगे
· जांच रिपोर्ट देखने के बाद तय किया जाएगा कि क्या और जांच की जरूरत है
· वर्मा फिलहाल अपने दफ्तर नहीं जा सकते
· कार्यवाहक निदेशक नागेश्वर राव कोई बड़ा फैसला नहीं लेंगे
· राव अधिकारियों के ट्रांसफर और दूसरे मसलों पर लिए गए फैसलों की जानकारी कोर्ट को दें। कोर्ट देखेगा कि उनके फैसले सही हैं या नहीं
गौरतलब है कि रिश्वतखोरी विवाद में सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा और जांच एजेंसी में नंबर दो राकेश अस्थाना को 23 अक्टूबर को छुट्टी पर भेज दिया गया था। दोनों ने ही इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दायर की है।
बता दें कि सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच जंग छिड़ी हुई है। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इसको लेकर सरकार की भी किरकिरी होने लगी तो मोदी सरकार ने सीवीसी की अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को लंबी छुट्टी पर भेज दिया, जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया।
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