गाजा में ‘इजरायली बर्बरता’ को समर्थन मिलना शर्मनाक, निर्दोषों का 'नरसंहार' बंद होना चाहिएः प्रियंका गांधी
प्रियंका ने बेंजामिन नेतन्याहू के अमेरिकी संसद में भाषण पर अमेरिकी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जो मानवता और सभ्यता पर विश्वास करते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इजरायल द्वारा गाजा में जारी बर्बरता को पश्चिमी देशों का समर्थन मिलते देखना शर्म की बात है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को गाजा में इजरायली हमलों में लगातार निर्दोष लोगों की मौत पर चिंता जाहिर की। उन्होंने इसे बर्बरता और नरसंहार करार देते हुए 'दुनिया की हर सरकार' से गाजा में इजरायल के सैन्य हमले की निंदा करने और इसे रुकवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इजरायली बर्बरता का समर्थन शर्मनाक है।
प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, "गाजा में हो रहे भयानक नरसंहार में दिन-ब-दिन मारे जा रहे निर्दोष नागरिकों, माताओं, पिताओं, डॉक्टरों, नर्सों, सहायता कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, शिक्षकों, लेखकों, कवियों, वरिष्ठ नागरिकों और हजारों मासूम बच्चों के लिए अब सिर्फ बोलना ही काफी नहीं है।"
उन्होंने आगे लिखा, "यह हर एक सही सोच रखने वाले व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है, जिसमें वे सभी इजरायली नागरिक भी शामिल हैं जो नफरत और हिंसा में विश्वास नहीं रखते हैं और दुनिया की हर एक सरकार की जिम्मेदारी है कि वे इजरायली सरकार के नरसंहार की निंदा करे और उसे रोकने के लिए मजबूर करे।"
प्रियंका गांधी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अमेरिकी संसद में भाषण देने पर भी निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी हरकतें ऐसी दुनिया में अस्वीकार्य हैं जो सभ्यता और नैतिकता का दावा करती हैं। उन्होंने अमेरिकी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग मानवता और सभ्यता पर विश्वास करते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इजरायल द्वारा गाजा में की जा रही बर्बरता को पश्चिमी देशों के जरिए समर्थन मिलते देखना शर्म की बात है।
बता दें कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सदनों को संबोधित किया था। इसके बाद दोनों सदनों के सांसदों ने खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाई थी। वहीं, कुछ नेताओं ने इजरायली प्रधानमंत्री के भाषण को ऐतिहासिक बताया था। गाजा में हजारों निर्दोष नागरिकों की मौत के बीच इजरायली प्रधानमंत्री के अमेरिकी संसद में महिमामंडन पर प्रियंका गांधी ने सवाल खड़े किए हैं।
यह पहली बार नहीं है कि जब प्रियंका गांधी ने गाजा में इजरायल की कार्रवाई का समर्थन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आलोचना की है। फरवरी में प्रियंका गांधी ने कहा था कि न्याय, मानवता और अंतर्राष्ट्रीय शिष्टाचार के सभी नियम तोड़ दिए गए हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर गाजा में हो रहे 'नरसंहार के प्रति अंधे' होने का आरोप लगाया था।
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