छात्र हिंसा: प्रशासन ने किर्गिस्तान में पढ़ रहे छात्रों के माता-पिता से अधिकारियों से संपर्क करने को कहा
हिंगोली जिला प्रशासन ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि महाराष्ट्र के लगभग 500 छात्र किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं और ऐसी संभावना है कि वहां हुई हिंसा के दौरान उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
महाराष्ट्र में हिंगोली जिले के प्रशासन ने हिंसा प्रभावित किर्गिस्तान में पढ़ने वाले छात्रों के माता-पिता से किसी भी मुद्दे के लिए जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से संपर्क करने की अपील की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
हिंगोली जिला प्रशासन ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि महाराष्ट्र के लगभग 500 छात्र किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं और ऐसी संभावना है कि वहां हुई हिंसा के दौरान उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थानीय लोगों और विदेशियों के बीच कथित झड़प के मद्देनजर भारत ने शनिवार को वहां रह रहे भारतीय छात्रों को अपने घरों के अंदर ही रहने की सलाह दी है।
विज्ञप्ति में कहा गया कि हिंगोली प्रशासन ने किर्गिस्तान में पढ़ने वाले छात्रों के माता-पिता से अपील की है कि वे जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से संपर्क करें और बताएं कि क्या उनके बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसमें कहा गया कि वहां (किर्गिस्तान में) स्थानीय प्रशासन ने इन छात्रों की परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से कराने का फैसला किया है।
विज्ञप्ति में बताया गया कि छात्रों को अगले महीने तक भारत वापस लाया जा सकता है।
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय छात्रों को भारतीय दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह दी थी।
किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह लगातार छात्रों के संपर्क में है और स्थिति शांत है।
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