कर्नाटक में BJP के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर, कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत का अनुमानः एबीपी-सीवोटर सर्वे
एबीपी-सीवोटर ने जबरदस्त सत्ता-विरोधी लहर के बीच कांग्रेस को 115 और 127 सीटों के बीच दिया हैं, जो 224-सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में आरामदायक बहुमत है। सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस का वोट शेयर 2018 के 38 फीसदी से बढ़कर इस बार 40.1 फीसदी हो सकता है।
कर्नाटक चुनाव की तारीखों का आज ऐलान हो गया है। इस बीच आज आए एबीपी-सीवोटर के विशेष जनमत सर्वेक्षण के अनुसार, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है। इस ओपिनियन पोल में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है। जनमत सर्वे के अनुसार कांग्रेस 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में अधिकांश सीटों पर जीत हासिल करेगी। राज्य में 10 मई को मतदान होना है और 13 मई को परिणाम आने हैं।
57 प्रतिशत लोग सरकार बदलना चाहते हैं
सर्वेक्षण के अनुसार, कम से कम 57 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वह परेशान हैं और वर्तमान राज्य सरकार को बदलना चाहते हैं। चुनावी राज्य में बेरोजगारी और बुनियादी ढांचे के बाद भ्रष्टाचार तीसरा सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। एबीपी-सीवोटर सर्वेक्षण के अनुसार, 50.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने बीजेपी सरकार के प्रदर्शन को 'खराब' बताया है। इसके विपरीत, केवल 27.7 प्रतिशत ने इसे 'अच्छा' और अन्य 21.8 प्रतिशत ने 'औसत' के रूप में प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।
बसवराज बोम्मई का प्रदर्शन बेहद 'खराब'
एबीपी-सीवोटर सर्वेक्षण ने कर्नाटक में 25,000 उत्तरदाताओं के साथ बातचीत की। इस सर्वे में बीजेपी के लिए और भी बुरी खबर है। मुख्यमंत्री की बात करें तो संभावित मतदाताओं में से 46.9 प्रतिशत ने मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के प्रदर्शन को 'खराब' बताया, जबकि सिर्फ 26.8 फीसदी ने उनके प्रदर्शन को 'अच्छा' बताया। उसी सर्वेक्षण में, काफी अधिक अनुपात (39.1 प्रतिशत) ने कांग्रेस नेता सिद्धारमैया को अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना, जबकि 31.1 प्रतिशत ने बोम्मई को चुना।
कांग्रेस का वोट शेयर 38 से 40.1 फीसदी होने का अनुमान
एबीपी-सीवोटर ने जबरदस्त सत्ता-विरोधी लहर के बीच कांग्रेस को 115 और 127 सीटों के बीच दिया हैं, जो 224-सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में आरामदायक बहुमत है। सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस का वोट शेयर 2018 के 38 फीसदी से बढ़कर इस बार 40.1 फीसदी हो सकता है। सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि पार्टी कर्नाटक के सभी क्षेत्रों में प्रतिद्वंद्वियों बीजेपी और जेडीएस से आगे चल रही है। यहां तक कि पुराने मैसूर क्षेत्र में भी, जो जेडीएस का गढ़ रहा है, कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे निकलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी के इस क्षेत्र में बहुत खराब प्रदर्शन करने का अनुमान है।
एबीपी-सीवोटर ने विधानसभा चुनाव से पहले 2022 के अंत में गुजरात में इसी तरह का जनमत सर्वेक्षण कराया था, जिसमें लगभग 42 प्रतिशत मतदाताओं ने बीजेपी सरकार के प्रदर्शन को 'अच्छा' बताया था जबकि 32 प्रतिशत ने इसे 'खराब' बताया था। हिमाचल प्रदेश में भी, जहां बीजेपी कांग्रेस से हारकर सत्ता से बाहर हो गई है, संभावित मतदाताओं में से 38.6 प्रतिशत ने राज्य सरकार के प्रदर्शन को 'अच्छा' और 36.4 प्रतिशत ने इसे 'खराब' बताया था।
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