स्पीकअप दिल्ली: कोरोना से भयावह हालात! घर में पड़ी लाशें भी समय पर नहीं उठाई जा रहीं, राहुल बोले- हम करेंगे मदद
दिल्ली में कोरोना से बिगड़े हालात पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अजय जैसे मेरी लाखों बहनों और भाइयों को मैं यह कहना चाहता हूं कि हम आपके दर्द को साझ सकते हैं। हम आपकी रक्षा के लिए सब कुछ करेंगे। हम मिलकर इस महमारी को हराएंगे।
देश भर में लगातार कोरोना वायरस के मामले बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली में दिन प्रतिदिन हालात और भयावह होते जा रहे हैं। केजरीवाल सरकार भले ही सबकुछ ठीक होने के दावे कर रही हो, लेकिन कहीकत यह है कि पिछले कई दिनों से लोग यह शिकायत कर रहे हैं कि कोरोन पॉजिटिव होने के बावजूद उन्हें इलाज नहीं मिल रहा है, उन्हें अस्पताल भर्ती नहीं ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस तरह की शिकायतों की बाढ़ आ गई है। ऐसे लोगों की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस पार्टी सामने आई है। कांग्रेस पार्टी आज स्पीकअप दिल्ली के तहत उन तमाम पीड़ितों के वीडियो शयर कर रही है, जिन्हें इलाज नहीं मिल रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्पीकअप दिल्ली अभियान के तहत ऐसे ही एक कोरोना पीड़ित अजय झा का वीडियो शेयर किया जो पेशे से पत्रकार हैं। राहुल गांधी ने वीडियो ट्वीट कर कहा, “अजय जैसे मेरी लाखों बहनों और भाइयों को मैं यह कहना चाहता हूं कि हम आपके दर्द को साझ सकते हैं। हम आपकी रक्षा के लिए सब कुछ करेंगे। हम मिलकर इस महमारी को हराएंगे।”
वीडियो में कोरोना पीड़ित पत्रकार अजय झा कह रहे हैं, “मेरे घर में सभी लोग पॉजिटिव हैं। मेरी बीवी, मेरी दो छोटी बेटियां। पिछले 10 दिनों में मेरे घर में दो लोगों की मौत हो चुकी है। मेरी पत्नी के पिता की पहले मौत हुई और अब दो दिन पहले मेरी सास की इसी घर में मौत हो गई। बहुत देर तक बॉडी यहां पर रखी रही, कोई लेने नहीं आया। एंबुलेंस आया वह ले नहीं गया। सब एक-दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। केजरीवाल और बाकी सरकार दावा कर रही है कि सबकुछ ठीक है, लेकिन सच्चाई यह है कि कुछ भी ठीक नहीं है, लोग बस भगवान भरोसे हैं। मैं और मेरा परिवार बेहद तकलीफ में हैं। इस संकट से बाहर निकालने में लोग मेरी मदद करें। मेरे दो छोटे बच्चे हैं। बहुत हिम्मत कर रहा हूं, लेकिन पता नहीं क्या होगा। मदद चाहिए, इलाज चाहिए। यही उम्मीद है कि लोग सुनेंगे और आगे आएंगे, मदद करेंगे।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने स्पीकअप दिल्ली के तहत राजधानी की मौजूदा हालात पर चिंता जताई है। उहोंने कहा, “दिल्ली भारत की राजधानी है। देश की राजधानी में जो कोरोना वयारस की परिस्थिति है वह बहुत ही विचित्र और संवेदनशील बनती जा रही है। दिल्ली की सरकार ने यह ऐलान किया कि अगर आप मूल रूप से दिल्लीवासी नहीं हैं तो दिल्ली के अस्पतालों में आपका इलाज नहीं किया जाएगा। क्या दिल्ली की सरकार यह बताएगी कि दिल्ली के मूल निवासी की परिभाषा किया है? अगर कोई व्यक्ति बाहर से आकर दिल्ली में काम करता है, लेकिन उसके पास दिल्की के दस्तावेज नहीं हैं तो क्या मानवता यह कहती है कि अगर वह बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल में एक बिस्तर भी नहीं दिया जाए। उसके अलावा सुनियोजित तरीके से जो टिस्टिंग है उसको कम रखने की कोशिश की जा रही है। जो नीजि लैब वाले हैं उन्हें धमकाया जा रहा है कि आप व्यापक तरीके से टेस्टिंग मत कीजिए, जिससे की संख्या कम रहें। यह परिस्थिति इस देश के लिए ठीक नहीं है। अगर देश की राजधानी का यह हाल है तो आप यह सोच सकते हैं कि बाकी जगहों का क्या हाल होगा।”
कांग्रेस पार्टी ने स्पीकअप अभियान के तहत अनिल नाम के व्यक्ति का वीडियो ट्वीट कर कहा, “यह व्यथा है उस शख्स की, जो दिल्ली के अस्पताल में अपने भाई को ढूंढ रहा है। व्यवस्था ने दो भाइयों के बीच दूरियां पैदा कर दी है।”
वीडियो में अनिल कह रहे हैं कि मैंने अपने भाई को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया था। अस्पताल से मुझे फोन करके बुलाया गया। जब मैं अस्पताल पहुंचा तो कोई मझसे नहीं मिल रहा है। कोई यह भी नहीं बता रहा है कि मेरे भाई को फिलहाल कहां रखा गया है।
कांग्रेस ने एक अन्य वीडियो शेयर कर दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल का हाल दिखाया। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बुजुर्ग महिला मरीज को अस्पताल परिसर में खुले में ऑक्सीजन दिया जा रहा है। कोई यह बताने को भी तैयार नहीं है कि आखिर महिला मरीज को खुले में ऑक्सीजन क्यों दिया जा रहा है।
दिल्ली में आलम यह है कि दूसरे बीमारी से जूझ रहे लोगों को भी इलाज नहीं मिल पा रहा है। कांग्रेस ने स्पीकअप दिल्ली अभियान के तहत एक हार्ट के मरीज का वीडियो शेयर किया है। वीडियो में हार्ट का मरीज अस्पताल परिसर में बेंच पर लेटा हुआ है। उसके परिजन यह कह रहे हैं कि वह अब तक कई अस्पतालों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उनके परिजन को भर्ती नहीं लिया जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया, जिसमें एक महिला बता रही है कि उसके साथ खड़ी महिला के फेफड़ों में पानी भर गया है, बावजूद इसके उसे इलाज नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वे अब तक कई अस्पतालों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई भी अस्पताल भर्ती नहीं ले रहा है। ऐसे में हालत और बिगड़ गई है।
कांग्रेस पार्टी नेस्पीकअप इंडिया के तहत एक और पीड़िता का वीडियो शेयर कर कहा, “दिल्ली के अस्पतालों में अव्यवस्था का वो आलम है कि परिजनों के आंसू निकल रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनों की चिंता है और अव्यवस्थाएं उन चिंताओं को बढ़ा रही है।”
एक अन्य पीड़ित का वीडियो शेयर कर कांग्रेस ने कहा, “दिल्ली वासियों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। कोई सुनने को तैयार नहीं है। समय तेजी से गुजरता जाता है, मगर स्थिति में कोई बदलाव नहीं आता।”
बहुत सारे ऐसे पीड़ित हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा रहा है। वह दर-दर की ठोकरें खाकर अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर कहा, “अस्पताल में मरीजों का पता नहीं चल रहा। परिजन परेशान हैं, ढूंढ रहे हैं, जवाब मांग रहे हैं। मगर सब बेकार। दिल्ली वासियों को ऐसी परेशानियां पहले कभी नहीं उठानी पड़ीं।”
दिल्ली के जिन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कियाल गया है, उन्हें भी ठीक से इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे ही एक मरीज के परिजन का वीडियो कांग्रेस पार्टी ने शेयर किया है। एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती एक मरीज के बेटे ने कहा कि मेने अपने पिता को अस्पताल में भर्ती कराया है, लेकिन उन्हें ऑक्सीजन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने फोन करके बताया कि मेरे पिता फोन करके यह कह रहे हैं कि अगर ऑक्सीजन नहीं दिया गया तो उनकी मौत हो जाएगी।
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