सोनिया गांधी को नहीं पसंद थी राजनीति, फिर भी देश सेवा का रास्ता चुना- बेटी प्रियंका ने किया खुलासा
प्रियंका ने कहा कि इटली में जन्मीं उनकी मां को हमारी परंपराओं को सीखने में थोड़ी मुश्किलें हुईं, लेकिन उन्होंने भारतीय जीवनशैली को सीखा और पूरी तरह से अपनाया। उन्होंने सबकुछ इंदिरा गांधी से सीखा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को इस बात का खुलासा किया कि उनकी मां सोनिया गांधी को शुरुआती दिनों में राजनीति बिलकुल पसंद नहीं थी। बेंगलुरु में आयोजित महिला केन्द्रित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि इटली में जन्मीं उनकी मां को शुरुआत में भारतीय परंपराएं सीखने में थोड़ी मुश्किल हुई और उन्हें राजनीति बिलकुल पसंद नहीं थी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी परवरिश दो साहसी महिलाओं, दादी इंदिरा गांधी और मां सोनिया गांधी ने की है। उन्होंने याद किया कि जब वह आठ साल की थीं, उस वक्त उनकी दादी इंदिरा गांधी ने अपना एक 33 साल का बेटा खो दिया। लेकिन संजय गांधी के निधन के अगले ही दिन वह देश सेवा के अपने कर्तव्य में जुट गईं और अपनी आंतरिक शक्ति के बल पर इंदिरा गांधी अंतिम सांस तक देश सेवा करती रहीं।
कार्यक्रम के दौरान प्रियंका गांधी ने यह भी बताया कि उनकी मां सोनिया गांधी को महज 21 साल की उम्र में राजीव गांधी से प्रेम हो गया था। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी उनके पिता राजीव से शादी करने के लिए इटली से भारत चली आईं। उन्होंने कहा कि हमारी परंपराओं को सीखने में उन्हें थोड़ी मुश्किलें हुईं, लेकिन उन्होंने भारतीय जीवनशैली को सीखा। उन्होंने इंदिराजी से सबकुछ सीखा। फिर उन्होंने 44 साल की उम्र में अपने पति को खो दिया।
इस दौरान प्रियंका ने कहा कि हालांकि उन्हें राजनीति पसंद नहीं थी, फिर भी उन्होंने देश सेवा का रास्ता चुना और 76 साल की उम्र में आज भी देश की सेवा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने इंदिरा गांधी से बेहद महत्वपूर्ण बात सीखी और वह यह है कि आपके जीवन में चाहे कुछ भी हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितनी बड़ी त्रासदी झेली है या आपका संघर्ष कितना मुश्किल है, घर हो या काम या फिर कहीं और, आप में खड़े होकर अपने लिए लड़ने की ताकत है।
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