हिमाचल भूस्खलन में अब तक 4 की मौत, 10 लोग बचाए गए, मलबे में अभी भी 50 से ज्यादा दबे, बचाव अभियान जारी

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किन्नौर प्रशासन को राहत व बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भूस्खलन में हताहतों की सही संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ को लोगों को बचाने के लिए बुलाया गया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर बुधवार को हुए भीषण भूस्खलन के बाद चट्टानों में दबने से अब तक चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि मलबे से 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं अभी भी मलबे में 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए आईटीबीपी बचाव अभियान चला रही है।

बुधवार दोपहर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के जिला मुख्यालय रिकांग पियो से 61 किलोमीटर दूर निगुलसारी के पास राजमार्ग पर पहाड़ के एक बड़े हिस्से के भूस्खलन में गिरने से एक ट्रक, एक सरकारी बस और अन्य वाहन दब गए। हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बस रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी।

हालांकि, आपदा में लापता लोगों की कुल संख्या के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
स्थानीय विधायक जगत सिंह नेगी ने मीडिया को बताया कि बस में 25 यात्री सवार थे। बस के चालक को बचा लिया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नेगी ने कहा कि लगातार भूस्खलन की वजह से बचाव अभियान में बाधा आ रही है।


वहीं मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शिमला में कहा कि उन्होंने किन्नौर प्रशासन को राहत और बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भूस्खलन में हताहतों की सही संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) को लोगों को बचाने के लिए बुलाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ठाकुर से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

बता दें कि हाल के दिनों में किन्नौर में यह दूसरी बड़ी प्राकृतिक आपदा है। पिछले महीने 9 लोग, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे, भूस्खलन में मारे गए थे। यह हादसा उस समय हुआ जब सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर गिर गए और उस वाहन से जा टकराए जिसमें ये लोग यात्रा कर रहे थे। वहीं राज्य के कांगड़ा जिले में भी बड़े भूस्खलन में 10 लोगों की जान चली गई थी। सिरमौर जिले में बड़े पैमाने पर भूस्खलन को कैप्चर करने वाले भयानक वीडियो इन दिनों आम हैं।

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