शरद पवार ने अजित पवार के कदम को बताया डकैती, पीएम मोदी को दिया NCP में फूट का पूरा श्रेय
शरद पवार ने कहा कि मैं इसका सारा श्रेय पीएम मोदी को देना चाहता हूं। आज ये साबित हो गया कि पीएम मोदी ने जो आरोप लगाए थे वो गलत थे। उनके एनडीए सरकार में शामिल होने से अब यह स्पष्ट है कि सभी आरोप मुक्त हो गए हैं। मैं उनका आभारी हूं।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज अजित पवार और 9 एनसीपी नेताओं के महाराष्ट्र की शिंदे-बीजेपी सरकार में शामिल होने पर कहा कि यह 'गुगली' नहीं, डकैती है। यह कोई छोटी बात नहीं है। मैं ये कभी नहीं कहूंगा कि मेरा घर बंट गया है, ये मसला मेरे घर का नहीं है, ये लोगों का मसला है। मुझे उन लोगों के भविष्य की चिंता है जो चले गए। जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार से पूछा गया कि पार्टी का विश्वसनीय चेहरा कौन होगा, तो उन्होंने अपना हाथ उठाया और कहा "शरद पवार"।
साथ ही शरद पवार ने कहा कि मैं इसका श्रेय पीएम मोदी को देना चाहता हूं। पवार ने कहा कि दो दिन पहले पीएम ने अपने बयान में दो बातें कही थीं कि एनसीपी खत्म हो चुकी पार्टी है। और उन्होंने सिंचाई की शिकायत और भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र किया था। मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने शपथ ली है। उनके एनडीए सरकार में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि सभी आरोप मुक्त हो गए हैं।' मैं उनका आभारी हूं। आज ये साबित हो गया कि पीएम मोदी ने जो आरोप लगाए थे वो गलत थे।
पार्टी में बगावत पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मेरे कुछ सहयोगियों ने अलग रुख अपनाया है। मैंने 6 जुलाई को सभी नेताओं की एक बैठक बुलाई थी, जहां कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी थी और पार्टी के भीतर कुछ बदलाव किए जाने थे लेकिन उससे पहले बैठक में कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। 1980 में मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायक थे, बाद में सभी चले गए और केवल 6 विधायक बचे, लेकिन मैंने संख्या बल मजबूत किया और जिन्होंने मुझे छोड़ा, वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए।
शरद पवार ने कहा कि विपक्ष के नेता के बारे में फैसला करना स्पीकर का अधिकार है। अगले दो-तीन दिनों में हम स्थिति का आकलन करने के लिए कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के साथ बैठेंगे। हमारी मुख्य ताकत आम जनता है, उन्होंने हमें चुना है। उन्होंने कहा कि हम पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए काम करेंगे। बागी नेताओं के खिलाफ किसी भी कार्रवाई पर फैसला लेने के लिए विधायक और सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे। अध्यक्ष होने के नाते मैंने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को नियुक्त किया था लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किय। इसलिए, मुझे उनके खिलाफ कुछ कार्रवाई करनी होगी।
शरद पवार ने अपने अगले कदम का इशारा देते हुए कहा कि मुझे बहुत से लोगों से फोन आ रहे हैं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य लोगों ने मुझे फोन किया है। आज जो कुछ भी हुआ मुझे उसकी चिंता नहीं है। कल, मैं वाईबी चव्हाण (महाराष्ट्र के पूर्व सीएम) का आशीर्वाद लूंगा और एक सार्वजनिक बैठक करूंगा।
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