'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश जारी, चाचा और ड्राइवर ने किया सरेंडर, पंजाब में हाई अलर्ट
वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के चाचा और चालक ने जालंधर में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि अमृतपाल सिंह की तलाश अब भी जारी है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल का अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। इस बीच अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार देर रात जालंधर के मेहतपुर इलाके में एक आत्मसमर्पण कर दिया।
पंजाब पुलिस अब तक अमृतपाल के 112 समर्थकों को गिरफ्तार कर चुकी है। अमृतपाल की तलाश में रविवार को पुलिस ने ‘फ्लैग मार्च’ किया और पूरे राज्य में तलाशी अभियान चलाया।
पंजाब में हाई अलर्ट
इस बीच पंजाब में खालिस्तान समर्थकों की बढ़ती हलचल के बीच सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पंजाब पुलिस अभी तक 150 से ज्यादा संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार करने के साथ हिरासत में ले चुकी है। पुलिस ने 7 अवैध हथियार, 300 से अधिक बुलेट, 3 गाड़ियां बरामद की गई हैं। साथ ही कुछ लोगों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं। पंजाब में हाई अलर्ट भी जारी है।
'वारिस पंजाब दे' का क्या है?
'वारिस पंजाब दे' संगठन का दावा है कि वो पंजाब के अधिकारों की रक्षा की लड़ाई करता है। अमृतपाल का संगठन 'वारिस पंजाब दे' दीप सिद्धू द्वारा स्थापित कट्टरपंथियों का एक संगठन है। सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
इस संगठन के जरिए दीप सिद्धू ने पंजाब के हक की लड़ाई को आगे बढ़ाना का मकसद बताया था। और यह भी कहा था कि 'वारिस पंजाब दे' संगठन किसी राजनीतिक एजेंडे पर नहीं चलेगा। लेकिन सियासत से इसके संबंध और खालिस्तान की मांग करने वाले लोग इससे जुड़े रहे।
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