ED एक्शन पर संजय राउत बोले- झूठी कार्रवाई, झूठे सबूत, मैं नहीं करूंगा सरेंडर, लड़ते रहेंगे महाराष्ट्र और शिवसेना
ईडी की कार्रवाई के बीच संजय राउत ने ने कहा कि महाराष्ट्र और शिवसेना लड़ते रहेंगे। झूठी कार्रवाई, झूठे सबूत। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। मैं मर भी जाऊं, मैं आत्मसमर्पण नहीं करूंगा। मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है।
मुंबई में शिवसेना नेता संजय राउत के घर पर ईडी की टीम पहुंची है। पात्रा चॉल भूमि मामले में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि उनसे अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। इससे पहले संजय राउत इस मामले में ईडी के सामने अपने बयान दर्ज कराने के लिए पेश हो चुके हैं।
ईडी की कार्रवाई के बीच संजय राउत ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र और शिवसेना लड़ते रहेंगे। झूठी कार्रवाई, झूठे सबूत। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। मैं मर भी जाऊं, मैं आत्मसमर्पण नहीं करूंगा। मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है।”
शिवसेना मुंबई दक्षिण के सांसद अरविंद सावंत ने ईडी की कार्रवाई को 'राजनीतिक मकसद से किया गया प्रतिशोध का कार्य' करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि राउत और उनकी पत्नी दोनों ईडी के सामने पेश हुए थे और उनके बयान दर्ज कर लिए गए हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंधे ने छापेमारी की निंदा की और कहा कि अब सभी केंद्रीय एजेंसियां राजनेताओं और विरोधियों को परेशान करने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के 'राजनीतिक उपकरण' बन गई हैं।
पात्रा चॉल से जुड़ा पूरा मामला क्या है?
ईडी के अनुसार, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकसित करने का काम दिया गया था। यह काम एमएचएडीए ने उसे सौंपा था। इसके तहत मुंबई के गोरेगांव में 47 एकड़ में पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों पुनर्विकसित होने थे।
ईडी के अनुसार, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने एमएचएडीए को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही जमीन 9 बिल्डरों को 901.79 करोड़ रुपये में बेच दी। इसके बाद बाद में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने मीडोज नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपये जुटाए।
जांच में यह बात कही गई है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से अधिक कमाई की। उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी।
ईडी के अनुसार, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की सिस्टर कंपनी है। जांच में यह बात कही गई है कि HDIL ने करीब 100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में जमा कराए थे।
आरोप है कि साल 2010 में प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। आरोप है कि इस राशि से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा था।
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Published: 31 Jul 2022, 9:21 AM