समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद से रुचि वीरा और रामपुर से नदवी को उम्मीदवार बनाया, एसटी हसन का पत्ता कटा
दोनों सीट पर सपा के दो-दो उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया था, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी।। देर शाम स्थिति साफ करते हुए सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा कि रामपुर से मुहिबउल्लाह नदवी और मुरादाबाद से रुचि वीरा ही सपा की प्रत्याशी हैं।
उत्तर प्रदेश की रामपुर और मुरादाबाद लोकसभा सीट पर नामांकन को लेकर बुधवार को दिन भर भ्रम के हालात के बाद आखिरकार शाम को समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद से रुचि वीरा और रामपुर से मुहिबउल्लाह नदवी को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस ऐलान से मुरादाबाद से नामांकन दाखिल कर चुके सपा के वर्तमान सांसद एसटी हसन का पत्ता कट गया है।
इसके पहले दोनों ही सीटों पर सपा के दो-दो उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया था। दोनों सीट पर इन उम्मीदवारों ने खुद के अधिकृत होने का दावा किया। लेकिन सपा के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि रामपुर से दिल्ली की एक मस्जिद के इमाम मुहिबउल्लाह नदवी ही सपा के अधिकृत उम्मीदवार हैं जबकि मुरादाबाद से रुचि वीरा ही सपा की प्रत्याशी हैं।
उधर रामपुर में आजम के खास आसिम राजा ने खुद को सपा उम्मीदवार बताते हुए नामांकन दाखिल किया था। वह इससे पहले हुए उप चुनाव में बीजेपी के घनश्याम लोधी से हार चुके हैं।आसिम राजा ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने सपा के उम्मीदवार की हैसियत से अपना नामांकन भरा है। कौन चुनाव मैदान में रहेगा, यह 30 मार्च (नाम वापसी की तिथि) को तय होगा। वहीं रामपुर से नामांकन दाखिल करने के बाद नदवी ने कहा, मुझे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने भेजा है। मैंने समाजवादी पार्टी से अपना नामांकन दाखिल किया है और मुझे साइकिल का सिंबल भी मिला है।
उधर, मुरादाबाद लोकसभा सीट से पूर्व विधायक रुचि वीरा ने आज नामांकन दाखिल किया। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें टिकट दिया है लिहाजा वह नामांकन करने के लिए आई हैं। एस.टी. हसन ने भी मुरादाबाद सीट से नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने कहा, "यह पार्टी नेतृत्व से पूछिये।" हालांकि, देर शाम राजेंद्र चौधरी के बयान के बाद स्थिति साफ हो गई और एसटी हसन और आसिम रजा का पत्ता कट गया।
वहीं समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद जावेद अली भी मुरादाबाद और रामपुर टिकट विवाद में कूद गए हैं। आज़म खां का नाम लिए बिना उन्होंने लिखा, "नवाबों के दौर में भी मुरादाबाद कभी रामपुर के अधीन नहीं था। अब है।" जावेद अली चाहते थे एस.टी. हसन ही चुनाव लड़ें। पार्टी लाइन के खिलाफ उनके बयान को लेकर काफी चर्चा है। जावेद अली सपा में प्रो. रामगोपाल यादव के करीबी माने जाते हैं। रामपुर और मुरादाबाद लोकसभा सीटों के चुनाव के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन था। नामांकन पत्रों की जांच गुरुवार को होगी जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 30 मार्च है। मतदान 19 अप्रैल को होगा।
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