रक्षा मंत्रालय की कमेटी में साध्वी प्रज्ञा, कांग्रेस का तंज- आखिरकार मोदी जी ने ‘मन से माफ’ कर दिया
कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट किया कि प्रज्ञा ठाकुर को डिफेंस कमेटी में शामिल किया गया है। बीजेपी सरकार ने नेशनलिज्म को नया मॉडल दिया है, बम ब्लास्ट मामले में ट्रायल पर चल रहीं नेता को डिफेंस मामलों की कमेटी में शामिल किया गया। चिंता की कोई बात नहीं, भारत माता की जय।
भोपाल संसदीय क्षेत्र से सांसद और मालेगांव बम विस्फोट मामले में आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति का सदस्य बनाए जाने पर कांग्रेस ने गुरुवार को तंज कसा है। कांग्रेस का कहना है कि अब तो इस देश को भगवान राम भी नहीं बचा सकेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता के. के. मिश्रा ने कहा, “इसे दुर्भाग्य कहा जाएगा कि जिस सरकार के जिम्मे देश की आंतरिक सुरक्षा है, उस सुरक्षा समिति के अध्यक्ष स्वयं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हैं, उसमें सांसद के नाते एक महिला आतंकवादी प्रज्ञा सिंह को शामिल किया गया है। इससे शर्मनाम हादसा और क्या हो सकता है। एक आतंकवादी आंतरिक सुरक्षा के मामलों की समिति में शामिल हो, अब तो मैं सोचता हूं कि भगवान राम भी इस देश की रक्षा नहीं कर पाएंगे।”
कांग्रेस के एक और प्रवक्ता अजय यादव का कहना है, "देश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद रक्षा मामलों में कई तरह की नाकामियां सामने आई हैं। अब इन कमियों को दूर करने के लिए बनाई गई समिति में एक महिला (प्रज्ञा सिंह), जो मारक शक्तियों की जानकार है, उसे शामिल किया जाना आश्चर्यजनक है।”
कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने भी इसकी निंदा की है, उन्होंने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में फर्क है। उन्होंने कहा कि पीएम ने कहा था कि उनपर कार्रवाई करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट किया कि प्रज्ञा ठाकुर को डिफेंस कमेटी में शामिल किया गया है। बीजेपी सरकार ने नेशनलिज्म को नया मॉडल दिया है, बम ब्लास्ट मामले में ट्रायल पर चल रहीं नेता को डिफेंस मामलों की कमेटी में शामिल किया गया। चिंता की कोई बात नहीं, भारत माता की जय।
उन्होंने लिखा कि कुछ महीनों पहले पीएम ने 'मन से माफ ना करने' की बात कही थी, लेकिन अब संदेश साफ है कि नाथूराम गोडसे के भक्तों के अच्छे दिन आ गए हैं।
बता दें कि डिफेंस मामलों की इस कमेटी में कुल 21 सदस्य हैं, इनमें साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का भी नाम है। कमेटी में चेयरमैन राजनाथ सिंह के अलावा फारुक अब्दुल्ला, ए. राजा, सुप्रिया सुले, मीनाक्षी लेखी, राकेश सिंह, शरद पवार, जेपी नड्डा आदि सदस्य शामिल हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, तो इस पर काफी हंगामा हुआ था। बढ़ते विवाद के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया था कि वह कभी भी साध्वी प्रज्ञा को मन से माफ नहीं कर पाएंगे। इसी के बाद बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा को विवादित बयान पर कारण बताओ नोटिस दिया गया था और अनुशासनात्मक कमेटी को मामला सौंपा गया था।
आपको बता दें कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और जमानत पर बाहर हैं। अभी भी ये मामला अदालत में चल रहा है। भोपाल में हुए मुकाबले में प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को मात दी थी।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
- Mahatma Gandhi Assasination
- Nathuram Godse
- PM Modi
- Malegaon Blast
- Senior Congress Leader
- Sadhavi Pragya Thakur