‘अग्निपथ योजना’ पर देश भर में बवाल, हरियाणा के पलवल में प्रदर्शन के बाद मोबाइल- इंटरनेट सेवाओं पर लगी पाबंदी
मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के बाद हुए बवाल से देश का माहौल काफी बिगड़ा हुआ है। हरियाणा के पलवल में बवाल के बाद प्रदेश सरकार ने अगले 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है।
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में हरियाणा के पलवल में भारी बवाल के बाद राज्य सरकार ने तुरंत प्रभाव से जिला पलवल के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाओं, जिसमें बल्क एसएसएम भी शामिल हैं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं आदि को 16 जून की शाम 4 बजे से अगले 24 घंटों के लिए अस्थाई रूप से बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
इस संबंध में सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि नई सेना भर्ती नीति के कारण संभावित कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए जिला पलवल में प्रदर्शनकारियों, आंदोलनकारियों, उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों द्वारा क्षेत्र में तनाव, नाराज़गी या व्यक्तियों को चोट, जान औक संपत्ति के लिए खतरा और सार्वजनिक शांति भंग होने की संभावना है। इसे देखते हुए एसएमएस और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक ट्विटर आदि के माध्यम से दुष्प्रचार और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को अगले 24 घंटे के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है। हरियाणा के सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
पलवल में पुलिस की 5 गाड़ियां फूंकीं
केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ पलवल में हुए बवाल पर कई जिलों की पुलिस बमुश्किल कंट्रोल कर पाई है। पौने दो बजे के करीब नेशनल हाईवे-19 को युवाओं के कब्जे से मुक्त कराया गया। इसके लिए पुलिस को हवाई फायरिंग के साथ आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। भड़के युवाओं ने इससे पहले यहां पुलिस की 5 गाड़ियों को जला दिया। डीसी आवास पर जमकर पथराव किया। करीब चार घंटे तक नेशनल हाइवे जाम रहा। करीब दर्जन भर पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। 30-35 युवाओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
रोहतक में युवक ने किया सुसाइड
सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे रोहतक की देव कॉलोनी में जींद के लिजवाना निवासी सचिन ने फंदा लगकार सुसाइड कर लिया। उसके परिजनों का कहना है कि सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना से उसे गहरा आघात लगा था, जिसके चलते ही उसने सुसाइड किया है। वह दो साल से सेना भर्ती की तैयारी कर रहा था। रोहतक के पीजी होस्टल के रूम में उसने फंदा लगाया। सचिन के पिता सत्यपाल का कहना है कि 'सचिन छोटा था, इसलिए सबका लाड़ला था। बेटे की तरह उनका भी सपना था कि उनका खून उन्हीं की तरह फौज में भर्ती होकर देश सेवा करे।' इस बीच सचिन की मौत से आहत लिजवाना कलां और उसके आसपास के चार गांवों के लोगों ने शनिवार को जींद-रोहतक रोड जाम करने की चेतावनी दी है। इन चारों की गांवों के बच्चे लिजवाना कलां गांव के स्टेडियम में सेना में भर्ती की तैयारी करते हैं। इससे पहले भिवानी जिले में भी सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे एक युवा ने सुसाइड कर लिया था। जिस ट्रैक पर वह रोज दौड़ लगाता था उसी ट्रैक की रेत में उसने लिखा था कि बापू इस जन्म में तो फौजी नहीं बन पाया अगले जन्म में जरूर बनूंगा। पिछले कई सालों से सेना में भर्ती न होने से युवाओं में भारी निराशा है। हरियाणा में माना जाता है कि करीब पांच लाख युवा सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे होते हैं।
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