राकेश टिकैत ने किसानों का किया आह्वान- सरकार मानेगी नहीं, इलाज करना पड़ेगा, ट्रैक्टरों के साथ रखो तैयारी
इससे पहले राकेश टिकैत ने 19 जून को भी बेहद सख्त लहजे में कहा था कि केन्द्र सरकार ये गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएंगे, किसान तभी वापस जाएंगे, जब मांगें पूरी हो जाएंगी। हमारी मांग है कि तीनों कानून रद्द हों। एमएसपी पर कानून बने।
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच सरकार के रवैये को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर सरकार को सख्त लहजे में चेतावनी दे डाली है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि "सरकार मानने वाली नहीं है। इलाज तो करना पड़ेगा। ट्रैक्टरों के साथ अपनी तैयारी रखो। जमीन बचाने के लिए आंदोलन तेज करना होगा।"
ऐसा पहली बार नहीं है जब राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी है। इससे पहले भी अलग अलग मंचो से वह मोदी सरकार से विवादित कानूनों की वापसी की मांग कर चुके हैं। लेकिन टिकैत का इस वक्त इस तरह की बात कहना इसलिए मायने रखता है, क्योंकि यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में चुनाव बेहद नजदीक हैं।
इससे पहले राकेश टिकैत ने 19 जून को भी एक ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था कि, "केन्द्र सरकार ये गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएंगे, किसान तभी वापस जाएंगे, जब मांगें पूरी हो जाएंगी। हमारी मांग है कि तीनों कानून रद्द हों। एमएसपी पर कानून बने।"
बता दें कि केंद्र सरकार के तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ कोरोना संकट के दौरान पिछले 200 से ज्यादा दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार की ओर से पारित तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए।
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