हिमाचल में बारिश और बाढ़ का कहर जारी, चंडीगढ़-मनाली मार्ग पर सैकड़ों यात्री फंसे, सुक्खू सरकार कर रही हरसंभव मदद
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार सड़कों को बहाल करने और स्थिति को सामान्य बनाने के प्रयास कर रही है। जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे मुफ्त में उनके रहने और खाने की पर्याप्त व्यवस्था करें।
हिमाचल में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। इधर कुल्लू में कई मकान गिर गए। बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। कई यात्री राज्य के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं। राज्य सरकार उन्हें निकालने की हर संभव कोशिश कर रही है। उधर चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग के अवरुद्ध रहने के कारण 800 से अधिक यात्री फंसे हैं। इस बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने गुरुवार को कहा कि सरकार फंसे हुए यात्रियों को हरसंभव मदद प्रदान कर रही है।
यात्री मूसलाधार बारिश-भूस्खलन के कारण रोड अवरुद्ध होने से मंडी और कुल्लू शहरों के बीच फंस गए हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार सड़कों को बहाल करने और स्थिति को सामान्य बनाने के प्रयास कर रही है। जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे मुफ्त में उनके रहने और खाने की पर्याप्त व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडोह के पास भारी भूस्खलन के कारण मंडी और कुल्लू के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है और इसे बहाल करने में कुछ समय लगेगा। जिला प्रशासन ने मंडी जिले के पंडोह और औट में आश्रय, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की पेशकश के लिए दो राहत शिविर स्थापित किए हैं।
बुधवार को इन राहत शिविरों में 800 से अधिक लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए गए। जबकि कुल्लू के बजौरा राहत शिविर में अतिरिक्त 150 व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध कराया गया।
सीएम सुक्खू ने कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी सहित विभिन्न स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय लोग भी भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित करने के लिए आगे आ रहे हैं। सुक्खू ने कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी सहित विभिन्न स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय लोग भी भोजन और अन्य जरूरी वस्तुएं वितरित करने के लिए आगे आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून ने पूरे राज्य में कहर बरपाया है, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 350 से अधिक लोगों की जान चली गई है और राज्य को 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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