गुजरात में बारिश-बाढ़ का तांडव! राहुल गांधी की कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील, राहत-बचाव कार्य में करें मदद

मौसम विभाग पहले से ही अहमदाबाद, गांधीनगर, मेहसाणा, अरावली, बनासकांठा, साबरकांठा, महिसागर और पाटन में बारिश के अंदेशे से ऑरेंज अलर्ट जारी कर चुका है। इसके साथ ही भरूच, नर्मदा, वडोदरा, डांग, तापी, दाहोद और पंचमहल में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

गुजरात में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति ने जीवन को काफी प्रभावित कर दिया है। प्रदेश में इन दिनों हो रही भारी बारिश से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। शनिवार से राज्य के कई इलाकों में बारिश भी हो रही है। इसके अलावा प्रदेश में आने वाले दिनों में होने वाली बारिश की वजह से मौसम विभाग लगातार चेतावनी जारी कर रहा है। इसके अलावा मौसम विभाग पहले से ही अहमदाबाद, गांधीनगर, मेहसाणा, अरावली, बनासकांठा, साबरकांठा, महिसागर और पाटन में बारिश के अंदेशे से ऑरेंज अलर्ट जारी कर चुका है। इसके साथ ही भरूच, नर्मदा, वडोदरा, डांग, तापी, दाहोद और पंचमहल में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कच्छ और सौराष्ट्र में भी भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक रामाश्रय यादव ने बताया कि राज्य में अत्यधिक बारिश की संभावना बनी हुई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, "गुजरात में बाढ़ की स्थिति दिन प्रतिदिन और भयंकर होती जा रही है। इस आपदा में जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, जिनकी संपत्ति का नुकसान हुआ है, उनके प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि वो प्रभावित लोगों की और राहत एवं बचाव कार्य में प्रशासन की हर संभव सहायता करें। सरकार से अपेक्षा है कि इस आपदा के प्रकोप को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए, ताकि प्रभावित लोग जल्दी से जल्द पुनर्निर्माण और पुनर्वास की दिशा में बढ़ सकें।"


मूसलाधार बारिश की वजह से सूरत, कच्छ समेत करीब दर्जनभर जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से नदिया उफान पर हैं। जामनगर में पिछले 24 घंटे में 10 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भारी बारिश के कारण यातायात ठप हो गया है। बाढ़ का पानी निचली मंजिल के बेड के लेवल तक पहुंच गया है। कई जगहों पर सड़कें भी डूब गई हैं। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां आधी डूब गई हैं। जामनगर में एसटी बस स्टैंड भी डूब गया है। वहां खड़ी बसें आधी से ज्यादा डूब गई हैं। शहर में हाईवे पर एक टोल प्लाजा भी डूब गया है। इसकी वजह से एक शहर से दूसरे शहर जाने का रास्ता पूरी तरह से ठप हो गया है।

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