राहुल बोले- राफेल की वजह से सीबीआई चीफ को हटाने की जल्दबाजी में हैं पीएम, नहीं सुना जा रहा आलोक वर्मा का पक्ष
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के बारे में फैसला लेने के लिए पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली सेलेक्ट कमेटी की बुधवार को बैठक हुई थी। बैठक में सीबीआई निदेशक को नहीं बुलाया गया था। 31 जनवरी को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।
सीबीआई विवाद को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर सवाल पूछा, “पीएम मोदी सीबीआई निदेशक को हटाने की इतनी जल्दबाजी में क्यों है? सीबीआई निदेशक को सेलेक्ट कमेटी के सामने पक्ष रखने की इजाजत क्यों नहीं दी जा रही है? उत्तर- राफेल”
इस मामले में लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान आया है। उन्होंने कहा, “आज सेलेक्ट कमेटी की बैठक होगी। बुधवार को सीवीसी रिपोर्ट नहीं मिल पाई थी।”
गौरतलब है कि सेलेक्ट कमेटी की बुधवार को भी बैठक हुई थी।मल्लिकार्जुन खड़गे सेलेक्ट कमेटी के सदस्य हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को आलोक वर्मा को उनके पद पर बहाल कर दिया था। वर्मा को मोदी सरकार ने दो महीने से पहले जबरन छुट्टी पर भेज दिया था। कोर्ट ने इस मामले में फैसला देते हुए कहा था कि आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने का अधिकार सरकार के पास नहीं है, बल्कि सेलेक्ट कमेटी के पास है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के बारे में फैसला लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सेलेक्ट कमेटी की बुधवार को बैठक हुई थी। लेकिन इस बैठक में सीबीआई निदेशक को नहीं बुलाया गया था। 31 जनवरी को सीबीआई निदेशक के तौर पर आलोक वर्मा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी सरकार आलोक वर्मा को लेकर फैसला ले चुकी है। शायद उनके कार्यकाल आगे नहीं बढ़ाया जाएगा।
नियमों के अनुसार, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली सेलेक्ट कमेटी में चीफ जस्टिस या सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष शामिल होते हैं। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ए के सिकरी को इस बैठक में शामिल होने के लिए नामित किया था। वहीं विपक्ष के नेता के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे इस बैठक में शामिल हुए थे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि आलोक वर्मा राफेल डील मामले में जांच के आदेश देने वाले थे और इसीलिए उन्हें मोदी सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया था। अपने इस ट्वीट में भी कांग्रेस अध्यक्ष ने राफेल का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि सलेक्ट कमेटी में आलोक वर्मा का पक्ष इस लिए नहीं सुना जा रहा है, क्योंकि वह राफेल डील के मामले में जांच के पक्ष में हैं।
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