निलंबित सांसदों के पक्ष में राहुल गांधी ने किया मार्च, बोले- सदन में दबाई जा रही आवाज, ये लोकतंत्र की हत्या
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जनता से जुड़े जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहता है, उन पर हमें बहस नहीं करने दिया जाता। जहां विपक्षी सांसद आवाज उठाने की कोशिश करते हैं, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है।
राज्यसभा से निलंबित किए गए 12 विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में एकजुटता दिखाते हुए आज कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों के दोनों सदन के सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना सांसद संजय राउत सहित कई विपक्षी सांसद राज्यसभा से निलंबित सांसदों के समर्थन में मार्च में शामिल हुए।
मार्च में शामिल हुए राहुल गांधी ने राज्यसभा से विपक्षी सांसदों के निलंबन पर सवाल उठाते हुए सरकार पर हमला बोला। उन्होंने इसे आवाज दबाने की कोशिश बताते हुए लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते, विपक्ष आवाज उठाने की कोशिश करता है तो निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जनता से जुड़े जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहता है, उन पर हमें बहस नहीं करने दिया जाता। जहां विपक्षी सांसद आवाज़ उठाने की कोशिश करते हैं, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है। प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं, लोकतंत्र को चलाने का यह कोई तरीका नहीं है।
मार्च में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पिछले सत्र में जो हुआ उसे इस सत्र में उठाया गया, जबकि इस सत्र में इसका कोई ताल्लुक़ नहीं है। सदन के अंदर हम पिकनिक करने नहीं आते हैं, सदन में हम आम लोगों का मुद्दा उठाने के लिए आते हैं। अरूण जेटली ने भी कहा था कि सदन को भंग करना भी लोकतंत्र का एक औज़ार है।
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