राबड़ी देवी ने महिला आरक्षण बिल के अंदर आरक्षण की मांग की, वंचित, खेतिहर, मजदूर वर्गों के लिए मांगा मौका
राबड़ी देवी ने कहा कि अन्य वर्गों की तीसरी, चौथी पीढ़ी की बजाय वंचित वर्गों की महिलाओं की अभी पहली पीढ़ी ही शिक्षित हो रही है, इसलिए इनका आरक्षण के अंदर आरक्षण होना अनिवार्य है।
केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को नई संसद भवन में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया। लेकिन इसे लेकर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने महिला आरक्षण बिल के अंदर आरक्षण की मांग रख दी है। उन्होंने आरक्षण के अंदर वंचित, उपेक्षित, खेतिहर और मेहनतकश वर्गों की महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग की है।
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने संसद में महिला आरक्षण बिल पेश होने के बाद मंगलवार को अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, आरक्षण के अंदर वंचित, उपेक्षित, खेतिहर और मेहनतकश वर्गों की महिलाओं की सीटें आरक्षित हो। मत भूलो, महिलाओं की भी जाति है।
राबड़ी देवी ने आगे लिखा कि अन्य वर्गों की तीसरी, चौथी पीढ़ी की बजाय वंचित वर्गों की महिलाओं की अभी पहली पीढ़ी ही शिक्षित हो रही है, इसलिए इनका आरक्षण के अंदर आरक्षण होना अनिवार्य है। राबड़ी देवी का सीधा इशारा पिछड़ी और वंचित जाति की महिलाओं को लेकर है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी देश की कई सरकारें महिला आरक्षण का बिल सदन में लेकर आती रही हैं। इससे पहले भी आरजेडी ने पिछड़ा और वंचित वर्ग की महिलाओं को मौका देने की मांग रखते हुए महिला आरक्षण बिल का विरोध किया था। हालांकि, कई अन्य दल भी इस बिल में पिछड़ी जातियों की महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग करते रहे हैं।
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