असम में केंद्र पर बरसीं प्रियंका गांधी, पूछा- क्या चाय बागान गए हैं पीएम, वो क्या जानें दिहाड़ी मजदूरों का दर्द
प्रियंका गांधी ने कहा कि चाय के बागानों में जिन महिलाओं से मैं मिली उन्होंने कहा कि ना तो चिकित्सा की कोई सुविधा है, ना टॉयलेट की, ना उनकी दिहाड़ी बढ़ाई गई है। जिस तरह से युवाओं को धोखा दिया उसी तरह से चाय बागान के मजदूरों को धोखा दिया है।
असम के जोरहाट में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चाय बगान में काम करने वाले मजदूरों का मुद्दा उठाया। प्रियंका गांधी ने पूछा कि क्या पीएम कभी चाय बागान में गए हैं, वहां महिला मजदूरों से मिले हैं? प्रियंक गांधी ने कहा कि पीएम चाय बगान में काम करने वाली मजदूरों का दर्द समझ नहीं सकते। उन्होंने मजदूरों को 350 रुपये प्रतिदिन दिहाड़ी देने का अपना वादा अभी तक पूरा नहीं किया।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “चाय के बागानों में जिन महिलाओं से मैं मिली उन्होंने कहा कि ना तो चिकित्सा की कोई सुविधा है, ना टॉयलेट की, ना उनकी दिहाड़ी बढ़ाई गई है। जिस तरह से युवाओं को धोखा दिया उसी तरह से चाय बागान के मजदूरों को धोखा दिया है। कहा था कि टी-ट्राइब्स को एक अलग दर्जा देंगे, नहीं दिया। जमीन के पट्टे देंगे, वो भी नहीं दिए।”
प्रियंका गांधी ने कहा, “जब मैं चाय बागान की अपनी बहनों से मिली तो मुझे एहसास हुआ कि आपकी संस्कृति की रखवाली मेरे सामने बैठी हैं। जो महिलाएं चाय के बागानों में काम करती हैं, दिन भर मजदूरी करती हैं, घर-गृहस्थी संभालती हैं, बाहर जाकर प्रोफेशनल काम करती हैं। वही महिलाएं असम की मां हैं, असम की बेटियां हैं। वही असमिया संस्कृति की रखवाली करने वाली हैं। असम की जो संस्कृति है, अस्मिता है, जिसके बारे में जो भी नेता यहां आते हैं, वह सब यहां आकर आपको कहते हैं कि आपकी संस्कृति को बचाने वाले हम हैं।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “प्रधानमंत्री जी को यह दुख हुआ कि कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पर गलत फोटो डाल दी, लेकिन जब यहां पर बाढ़ आई तो उनको उस वक़्त दख क्यों नहीं हुआ? जब यहां पर CAA का आंदोलन चला तब दुख क्यों नहीं हुआ? जब असम में आग लगी तब प्रधानमंत्री जी को दुख क्यों नहीं हुआ? तब वो आपके सामने क्यों नहीं आए? तब उन्होंने अपना दुख व्यक्त क्यों नहीं किया? पिछले चुनाव में उन्होंने तमाम वादे किए लेकिन एक-एक करके सारे वादे तोड़ दिए। तब प्रधानमंत्री जी को दुख क्यों नहीं हुआ?”
उन्होंने कहा, “बीजेपी ने पिछले चुनाव में आपसे तमाम वादे किए, लेकिन क्या वह वादे पूरे हुए? आपको कहा कि 25 लाख रोजगार मिलेंगें, क्या वो रोगजार मिले? नहीं, आपको कहा कि असम एकॉर्ड का खंड 6, जिसमें आपकी संस्कृति सुरक्षित रहती है, उसे लागू करेंगे। क्या उसे लागू किया गया? नहीं। कहा था कि सीएए लागू नहीं करेंगे, लेकिन सत्ता में आते ही सीएए लागू करने की बात की।”
प्रियंका गांधी ने कहा, “जो भी नेता आपके सामने आए तो आपको नौकरी मांगनी चाहिए। रोजगार मांगना चाहिए। अपना विकास और अपना भविष्य मांगना चाहिए। आपको मुफ़्त का टू-व्हीलर नहीं चाहिए, आपको चंदा नहीं चाहिए, बल्कि आप अपने आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह चुनाव आपके आत्मसम्मान की बात है। जब यह आपके सामने आकर इतने बड़े-बड़े वादे करते हैं कि हम आपका भविष्य बनाएंगे, हम विकास कराएंगे तो आप इन पर भरोसा कैसे कर सकते हैं? क्योंकि आपका अनुभव रहा है, आपने देखा है कि 5 सालों में आपके लिए क्या किया गया है।”
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने उन पांच बड़े वादों के बारे में भी बात की जो कांग्रेस ने इस चुनाव में जनता से किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो 5 गारंटी आपके लिए तय की हैं यह खोखले वादे नहीं हैं, यह झूठ नहीं हैं बल्कि यह 5 गारंटी कह रही हैं कि जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम यह काम आपके लिए करेंगे।
उन्होंने कहा, “यहां की महान विभूति लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई जी के नाम पर सरकारी पैसों से बनाया गया एयरपोर्ट आज इनके उद्योगपति मित्रों को दिया जा रहा है। बीजेपी की जितनी भी नीतियां हैं वह असम के लिए नहीं हैं, बल्कि केंद्र के लिए हैं, दिल्ली को मजबूत बनाने के लिए हैं और अपने उद्योगपति मित्रों को मजबूत बनाने के लिए हैं।”
असम में चुनावी सभाएं करने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी प्रियंका गांधी ने निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव ने कहा, “जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री यहां आए तो उन्होंने महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव जी के बारे में गलत तरह से जिक्र किया। उनका इतना भी आदर नहीं किया कि वो जाने कि श्रीमंत शंकरदेव जी ने अपने जीवन में असम के लिए क्या किया।”
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