विकास दुबे का उज्जैन तक पहुंचना, सुरक्षा के दावों की पोल खोलने के साथ मिलीभगत की ओर इशारा: प्रियंका गांधी
अखिलेश यादव ने कहा कि खबर आ रही है कि ‘कानपुर-कांड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की सीडीआर सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो।
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की मध्य प्रदेश के उज्जैन में जिनती आसानी से गिरफ्तार हुई उससे हर कोई अचंभित है। क्योंकि विकास दुबे की जो क्राइम रिकॉर्ड रहा है वह बेहद भयावह रहा है। विकास दुबे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिय दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।”
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, “खबर आ रही है कि ‘कानपुर-कांड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की सीडीआर सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो।”
जानकार भी यही पूछ रहे हैं कि जिस विकास दुबे ने 8 पुलिस वालों को गोलियों से भून डाला, डिप्टी एसपी को बेरहमी से मार डाला। उन्हें कुल्हाड़ी से काट दिया। उस विकास दुबे को मंदिर के गार्ड ने इनती आसानी से कैसे पकड़ लिया? सवाल यह पूछा जा रहा है कि जिस विकास दुबे ने 5 दारोगा और 25 सिपाहियों के सामने थाने में घुसकर के तत्कालीन मंत्री की हत्या कर दी थी, वह इतनी आसानी से कैसे गिरफ्तार हो गया? सवाल यह पूछा जा रहा है कि क्या विकास दुबे की ‘गिरफ्तारी’ पहले से फिक्स था? क्योंकि उसे बिना हथियार के पकड़ा गया। सवाल यह भी है कि आखिर विकास रातोंरात फरीदाबाद से उज्जैन कैसे पंहुच गया?
उधर, उज्जैन में विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस उसे लाने की तैयारी कर रही है। इस संबंधन में यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, “विकास दुबे को लाने के लिए यहां से विवेचक जाएंगे। जो नियम अनुसार कार्रवाई होगी वो की जाएगी। कानपुर मुठभेड़ के जो भी आरोपी फरार चल रहे हैं, उनको पकड़ा जाएगा। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक सभी अभियुक्तों को सजा न दिला दें।”
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia