चंडीगढ़ में प्रियंका गांधी बोलीं- पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने देश को इतना खूबसूरत शहर दिया, मोदी ने तो...
प्रियंका गाधी चंडीगढ़ यानि सिटी ब्यूटीफुल की धरती पर खड़े होकर प्रधानमंत्री को यह भी याद दिला दिया कि वह पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने देश को इतना खूबसूरत शहर दिया कि आज तक ऐसा कोई दूसरा शहर नहीं बन पाया।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के सपनों के शहर चंडीगढ़ से पंडित नेहरू की पड़पोती प्रियंका गांधी ने जनता से संवाद करते हुए बेहद सलीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तगड़े हमले किए। चंडीगढ़ यानि सिटी ब्यूटीफुल की धरती पर खड़े होकर प्रधानमंत्री को यह भी याद दिला दिया कि वह पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने देश को इतना खूबसूरत शहर दिया कि आज तक ऐसा कोई दूसरा शहर नहीं बन पाया। पिछले 10 साल में भी नहीं। प्रियंका गांधी ने लोगों से ही देश के सबसे बड़े मुद्दे पूछे और फिर मोदी से सवाल किए। बेरोजगारी से लेकर महंगाई, महिला, किसान और मजदूरों के जीवन से जुड़ी मुश्किलों को उन्हीं की भाषा में उनके लिए इनकी अहमियत बताते हुए मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के अंतिम फेस में 1 जून को चंडीगढ़ में होने वाले मतदान से पहले 26 मई को चंडीगढ़ में रखी जनसभा में प्रियंका गांधी को सुनने के लिए तपती दोपहर में भी भारी जन सैलाब उमड़ा था। प्रियंका गांधी की भाषण कला ने इसे जनसभा की जगह जन संवाद में तब्दील कर दिया। रैली में भाषण की जगह लोगों से संवाद करती रहीं। आरंभ राहुल गांधी के बेहद लोकप्रिय हो गए फ्रेज से किया। मौजूद लोगों से वह बोलीं मोदी जी को रास्ता दिखा दें खटाखटा.....खटाखट...खटाखट...। यह सुनते ही लोगों ने जमकर ठहाके लगाए। इसके बाद प्रियंका गांधी ने चंडीगढ़ को टच करते हुए बात की शुरुआत की। वह बोलीं ये वह शहर है, जिसको पंडित नेहरू ने एक बार लोकतंत्र का प्रतीक कहा था। यह वह शहर है, जिसकी तरह शायद ही कोई शहर दुनिया में हो। जिसकी प्लानिंग इतने बड़े आर्किटेक्ट ने की, जो विदेश से आए और जो आज भी फल-फूल रहा है। यह देश का एक ऐसा केंद्र है, जहां से देश को दिशा दिखाई जाती है। यह कहते हुए वह शायद प्रधानमंत्री को आईना भी दिखा रही थीं। वह शायद कह रही थीं यह पंडित नेहरू ही थे, जिन्होंने देश को इतना खूबसूरत शहर दिया। आज तक दूसरा शहर ऐसा नहीं बन पाया। पिछले 10 साल में भी नहीं। प्रियंका शायद 100 स्मार्ट शहर बनाने की कभी बात करने वाले प्रधानमंत्री मोदी पर इसके जरिये एक तंज भी कस रही थीं।
प्रियंका गांधी ने लोगों से ही सवाल किया कि आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा क्या है, जिस पर जनता के बीच से आवाज आई बेरोजगारी। इसके बाद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर बड़े सलीके से हमला शुरू किया। प्रियंका गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपने मोदी जी के मुंह से पिछले 3 महीने में क्या बेरोजगारी शब्द सुना है। क्या कहते हैं मोदी जी बेरोजगारी के बारे में। क्या वह सफाई देते हैं कि इनके 10 साल के कार्यकाल में आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। 45 सालों में देश में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं रही। 70 करोड़ नौजवान बेरोजगार हैं हमारे देश में और 30 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। अब मोदी जी ने किस लिए यह पद खाली रखे हुए हैं, ये उन्हीं से पूछिये। क्योंकि अडानी जी और अंबानी जी तो दो लोग हैं। 30 लाख पद तो नहीं भर सकते। प्रियंका गांधी सवाल करते हुए कहती हैं कि फिर ये पद किसके लिए खाली रखे हुए हैं। ये पूछिये मोदी जी से। फिर वह तंज कसते हुए कहती हैं कि अंधभक्तों से ही भर लेते तब भी अच्छा होता,लेकिन आज तो अंधभक्त भी बेचारे बेरोजगार हैं। यह बात प्रियंका गांधी जनता से सीधे बात करते हुए कह रही थीं।
फिर वह जनता से ही सवाल करती हैं कि पहला सबसे बड़ा मुद्दा तो बेरोजगारी है। अब दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा कौन सा है। इस पर जनता के बीच से आवाज आती है कि महंगाई। प्रियंका गांधी इस पर महंगाई से सबसे प्रभावित महिलाओें से बात करती हैं। वह कहती हैं कि मेरी बहनें खड़ी हैं इनसे पूछिये कि दुकान जाती हैं तो सारा सामान लेकर आती हैं या खाली हाथ आ जाती हैं। फिर वह केंद्र की सरकार पर हमला करते हुए जनता से ही पूछती हैं कि मोदी जी के मुंह से पिछले 3 महीने में जब से प्रचार शुरू हुआ है आपने महंगाई शब्द सुना है। मोदी जी कहते हैं हमने महिलाओं का सशक्तिकरण कर दिया। हमने महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दे दिया, लेकिन महंगाई की बात कभी नहीं करते। फिर प्रियंका गांधी लोगों से पूछती हैं कि जब गैस सिलेंडर चार सौ रुपये में था तो सड़क पर कौन आया था। जवाब भी खुद ही देते हुए कहती हैं कि मोदी जी की मंत्री। वह कहती हैं कि पूरी बीजेपी सड़क पर आई थी। सिलेंडर पर बैठकर मीडिया से बातें की थीं। आज सिलेंडर 1200 रुपये का है और मोदी जी की बोलती बंद है। उनके मुंह से एक लफ्ज नहीं निकल रहा है।
वह कहती हैं महिलाओं की सशक्तिकरण की बात करते हैं बहनों, लेकिन जब-जब महिलाओं पर अत्याचार होता है मोदी जी चुप रहते हैं। अपना मुंह फेर लेते हैं या फिर जिसने अत्याचार किया है उसकी रक्षा करते हैं। हाथरस में ऐसा हुआ। उन्नाव में ऐसा हुआ। मणिपुर में ऐसा हुआ। कर्नाटक में जिसने दो सौ महिलाओं के साथ अत्याचार किया था उसके साथ मंच पर आकर कहा कि इनके लिए वोट दोगे तो मोदी को वोट मिलेगा। फिर प्रियंका गांधी महिला आरक्षण पर आ जाती हैं। वह कहती हैं कि मोदी जी इवेंटबाजी में व्यस्त थे। उनको माला पहनाया जा रहा था और कहा जा रहा था कि महिलाओं के लिए आरक्षण किया है, लेकिन पता चला कि 10 साल वह आरक्षण लागू नहीं होगा। बहनें महंगाई से पिस रही हैं इसका तो इलाज दे देते 10 साल में। प्रियंका गांधी महिलाओं से कहती हैं कि आपकी सुरक्षा के लिए कुछ नहीं करना था। आपको रोजगार नहीं देना था तो कम से कम महंगाई तो कम कर देते। फिर कहती हैं कि आज पेट्रोल और डीजल के दाम क्या हैं। आज आप दुकान जाती हैं तो आटा, सब्जी, तेल सब कुछ महंगा है। आपको बच्चों की फीस भरनी पड़ती है तो मुश्किल होती है। घर में कोई बीमार पड़ता है तो घबराहट होती है किस तरह इलाज करवाएंगे। कर्ज लेते हैं लोग। कर्ज में डूब जाते हैं। आज किसान के हाल देखो। वह खेती से कमा नहीं पा रहा है यह तीसरा बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा है। उसकी कमाई खत्म हो गई है। खेती में प्रयोग होने वाले हर सामान पर मोदी जी ने जीएसटी डाल दी है, जिससे वह महंगा हो गया है। खाद समय पर नहीं मिलती। नुकसान होता है तो भुगतान नहीं मिलता। किसान 50 हजार, 1 लाख और 2 लाख रुपये के लिए आत्महत्या करता है और 22 खरबपतियों के मोदेी जी 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर देते हैं। देश के किसान का 1 रुपया मोदी जी माफ नहीं करते। मादी जी से पूछो कि किसानों की क्या समस्या है तो मुहं बंद हो जाता है। यह इसलिए क्योंकि 10 साल में मोदी जी ने यह पता करने की जरूरत नहीं समझी कि किसानों का क्या कष्ट है। 10 साल में एक बार भी वह किसी किसान के साथ यह पूछते हुए नहीं दिखे हैं कि उसकी समस्या क्या है। कभी किसी गरीब से मोदी जी ने नहीं पूछा कि तुम्हें दिहाड़ी कितनी मिलती है। मोदी जी को यह भी नहीं पता कि श्रमिक को दो-तीन दिन दिहाड़ी नहीं मिलती तो वह भूखा सोता है। उसके बच्चे भूखे सोते हैं। चुनाव प्रचार के लिए आते हैं तो महंगाई की बात नहीं करते, बेरोजगारी की बात नहीं करते, महिलाओं की बात नहीं करते, श्रमिकों की बात नहीं करते तो वह क्या बात करते हैं।
फिर प्रियंका गांधी लोगों से सवाल करती हैं कि हिंदू-मुसलमान पर कितने चुनाव आप इनको जिताएंगे। पहला चुनाव इसी पर जिता दिया, लेकिन उपर से मोदी जी कहते थे कि काला धन आ जाएगा। 15 लाख रुपये आपके अकाउंट में आ जाएंगे। 2 करोड़ साल में रोजगार दिलवाएंगे। किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। लेकिन न खातों में 15 लाख आए। न रोजगार मिले और न किसानों की आय दोगुनी हुई। 5 साल बाद आपने फिर हिंदू-मुसलमान पर जिता दिया, लेकिन 5 साल यह भी निकल गए। अब मोदी जी कहने लगे कि सबका साथ, सबका विकास। फिर प्रियंका गांधी लोगों से पूछती हैं कि आपका विकास हुआ। फिर खुद ही जवाब देती हैं कि मोदी जी के खरबपति मित्रों का विकास हुआ। फिर तंज कसते हुए कहती हैं कि बेशक आपका विकास नहीं हुआ, लेकिन बीजेपी पिछले 5 सालों में दुनिया की सबसे अमीर पार्टी बन गई। प्रियंका गांधी ने महंगाई से त्रस्त मध्य वर्ग के साथ किसान, मजदूर, महिला और बेरोजगारी से परेशान युवाओं से जुड़े मुद्दों को छूकर केंद्र शासित प्रदेश यानि बीजेपी शासित चंडीगढ़ में उसकी नाकामियों को जनता के सामने पूरी तरह बेनकाब कर दिया।
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