योगी सरकार की शह पर तानाशाही पर उतरी यूपी पुलिस, प्रियंका बोलीं- मेरा गला दबाकर धक्का दिया, CRPF से की शिकायत
प्रियंका गांधी के कार्यालय ने सीआरपीएफ को लिखित शिकायत दी है, जिसमें शनिवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रोटोकॉल तोड़े जाने का जिक्र किया गया है। यह पत्र सीआरपीएफ के महानिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह को लिखा गया है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की शह पर यूपी पुलिस तानाशाही पर उतर आई है। शनिवार को यूपी पुलिस ने न सिर्फ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ धक्का-मुक्की की और उनका गला तक पकड़ने का प्रयास किया, बल्कि सुबह-सवेरे उनकी सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों को भी धमकी दी। कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में दोषी पुलिस वालों को बरखास्त करने की मांग की है।
वहीं, प्रियंका गांधी के कार्यालय ने सीआरपीएफ को लिखित शिकायत दी है, जिसमें शनिवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रोटोकॉल तोड़े जाने का जिक्र किया गया है। प्रियंका गांधी के कार्यालयीय सहयोगी संदीप सिंह ने सीआरपीएफ के महानिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह को पत्र लिखा है। गौरतलब है कि प्रियंका गांधी की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के पास है।
संदीप सिंह ने शिकायत में लिखा, “हजरतगंज के सर्किल ऑफिसर अभय मिश्रा पहले से इजाजत लिए बिना सुबह 8.45 बजे उस अहाते में घुस गए, जहां प्रियंका गांधी ठहरी हुई थीं। उन्होंने प्रियंका के कमरे से महज पांच मीटर की दूरी पर सुरक्षा प्रभारी सीआरपीएफ के जवान के साथ बहस की। उन्होंने सीआरपीएफ के जवान को खरी-खोटी सुनाई और प्रियंका के कार्यक्रमों की सूची मांगी, जबकि सूची शुक्रवार को ही प्रशासन को दे दी गई थी। उन्होंने जानकारी छुपाने का आरोप लगाया और धमकी दी कि वह किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराएंगे और न ही बाहर जाने की इजाजत नहीं देंगे।”
शनिवार शाम को लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस ने ठीक ऐसा ही किया। पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान इंदिरानगर में गिरफ्तार किए गए रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी के परिजनों से प्रियंका गांधी मिलने जा रही थीं। लेकिन पुलिस ने उनके काफिले को लोहिया पार्क के पास रोक लिया।
पुलिस के रवैये पर प्रियंका गांधी ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि गला दबाकर मुझे पुलिस ने रोका। इसके साथ ही धक्का भी दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा ऐसा करने से मैं गिर गई। प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने रोका उससे हादसा भी हो सकता था।
पुलिस द्वारा लोहिया पार्क के पास रोके जाने के बाद प्रियंका कुछ दूर तक पैदल चलीं, इसके बाद उन्होंने स्कूटी से पुल पार किया। पुलिस ने आगे जाकर स्कूटी को भी रोक दिया। ऐसे में प्रियंका गांधी को इंदिरानगर स्थित एसआर दारापुरी के आवास तक पैदल ही जाना पड़ा। 4 से 5 किमीटर पैदल चलकर शाम करीब 6 बजे प्रियंका गांधी एसआर दारापुरी के आवास पर पहुंचीं और उनके परिजनों से मुलाकात की। एसआरा दारापुरी के घर पर उनके परिजनों से मुलाकात के बाद लखनऊ हिंसा के आरोप में गिरफ्तार सदफ जफर के घर भी प्रियंका गांधी पैदल ही पहुंचीं।
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