कश्मीरी पत्रकार को आधी रात उठा ले गई पुलिस, दो दिन बाद भी कोई नहीं बता रहा क्यों हुई गिरफ्तारी
पुलवामा जिले में 14-15 अगस्त की आधी रात को पुलिस ने एक कश्मीरी पत्रकार को उनके घर से बगैर कोई कारण बताए उठा लिया। घटना के दो दिन बाद भी राज्य के बड़े पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गिरफ्तारी की वजह नहीं बता रहे हैं।
जम्मू और कश्मीर के बदले हालात और धारा 370 खत्म होने के बाद से किसी पत्रकार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने का पहला मामला पुलवामा से सामने आया है। जिले के त्राल क्षेत्र में 14-15 अगस्त की दरम्यानी रात को पुलिस ने एक स्थानीय पत्रकार इरफान आमिन मलिक को उनके घर से उठा लिया। इरफान ‘ग्रेटर कश्मीर’ अखबार के लिए काम करते हैं। इरफान को क्यों और किस मामले में गिरफ्तार किया गया है पुलिस दो दिन बाद भी इसका जवाब नहीं दे सकी है।
पत्रकार इरफान की मां हसीना जान के अनुसार, घटना वाले दिन सुरक्षा बल के जवान जबरन घर में घुसे और बगैर कोई जानकारी दिए बेटे को उठा ले गए। उन्होंने बताया, “अचानक हुई इस पुलिस कार्रवाई से हम सब भौंचक्के रह गए और किसी अनहोनी के डर से हम फौरन त्राल पुलिस स्टेशन पहुंचे।” इसके बाद इरफान के पिता और उनकी मां ने इस घटना की जानकारी श्रीनगर में मीडिया के सुविधा केंद्र में दी।
न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ के अनुसार अवंतीपोरा के एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकार इरफान मलिक की गिरफ्तारी की पुष्टि तो की है लेकिन उन्होंने भी गिरफ्तारी वजह नहीं बताई। इरफान की मां ने बताया कि सारी रात परेशान रहने के बाद उन्होंने 15 अगस्त की सुबह अवंतीपोरा के पुलिस अधीक्षक ताहिर सलीम से मुलाकात की, जिसके बाद उन्हें बेटे से मिलने तो दिया गया, लेकिन गिरफ्तारी की कोई वजह नहीं बताई गई।
इरफान की मां ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा, “पुलिस और न ही प्रशासन के लोग हमें बेटे की गिरफ्तारी की वजह बता रहे हैं। हम बुरी तरह से परेशान हो चुके हैं। कश्मीर में जारी प्रतिबंधों की वजह से हमलोग अपने बेटे की सलामती के लिए किसी से संपर्क भी नहीं कर पा रहे हैं। हमें थाने से कुछ बड़े अधिकारियों से मिलने के लिए कहा गया था, लेकिन जब हम किसी तरह वहां पहुंचे तो वे अपने दफ्तर में मौजूद नहीं थे।”
जम्मू-कश्मीर के एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) मुनीर खान ने इस बारे में मीडिया को जानकारी दी है कि वह इस बारे में अधिकारियों से जानकारी लेकर परिवार को सूचित करेंगे। वहीं द वायर के अनुसार जम्मू कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें गिरफ्तारी की जानकारी मिली है। वह पुलिस से इस बारे में पताकर मीडिया को जानकारी देंगे। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद राज्य में किसी पत्रकार की यह पहली गिरफ्तारी है। प्रशासन द्वारा राज्य के कई पूर्व सीएम सहित कई नेताओं को नजरबंद रखा गया है।
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