मेहुल चोकसी ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट रद्द करने की लगाई गुहार, कहा, नहीं आ सकता भारत, मॉब लिंचिंग का है डर
मेहुल चोकसी ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद कोर्ट में पेश नहीं होने के पीछे कई कारण गिनाए हैं। चोकसी का कहना है कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। साथ ही उसका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया है, ऐसे में वह कोर्ट में पेश नहीं हो सकता है।
पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी ने मुंबई की विशेष सीबीआई कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट को रद्द किए जाने की गुहार लगाई है। याचिका में उसने कहा है कि वह भारत नहीं आ सकता, क्योंकि देश में मॉब लिंचिंग का माहौल है, ऐसे में उसे अपनी जान को खतरा है।
याचिका में मेहुल चोकसी ने कोर्ट में नहीं पेश होने के पीछे 10 कारण गिनाए हैं। चोकसी ने कहा है कि उसे भारत में कई समूहों से अपनी जान को खतरा है। याचिका में कहा गया है कि 5 समूह उससे बेहद नाराज हैं, जिसमें उसकी कंपनी के कर्मचारी, गिरफ्तार कर्मचारियों के परिजन, कई मकान मालिक, बकाएदार और गहनों के ग्राहक शामिल हैं। उसने अपने वकीलों के जरिए कोर्ट को बताया कि खाता सीज होने की वजह से वह अपनी कंपनी के कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पाया है। यही वजह है कि उसके कंपनी के कर्मचारी बेहद गुस्से में हैं और भारत पहुंचने पर उसे नहीं छोड़ेंगे।
मेहुल चोकसी ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद कोर्ट में नहीं पेश होने के पीछे कई और कारण गिनाए हैं। चोकसी का कहना है कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। साथ ही उसका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया है, ऐसे में वह कोर्ट में पेश नहीं हो सकता है।
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Published: 28 Jun 2018, 12:31 PM