जवानों की शहादत के 48 घंटे बाद पीएम मोदी का बयान आया, कहा- भारत माकूल जवाब देने में सक्षम
पीएम मोदी ने आज कोरोना संकट पर विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान चीन के साथ हिंसक झड़प में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर उकसाया गया तो भारत माकूल जवाब देने में सक्षम है।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी के करीब चीन के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत के 48 घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर बयान दिया है। पीएम मोदी ने आज कोरोना संकट पर गृह मंत्री अमित शाह और विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मोदी ने कहा कि यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर उकसाया गया तो भारत माकूल जवाब देने में सक्षम है।" उन्होंने कहा कि बलिदान और साहस भारत की विशेषता है।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में एलएसी पर चीनी सेना के साथ झड़प में 20 जवानों की शहादत के करीब 48 घंटे बाद पीएम मोदी का इस पर कोई बयान आया है। इससे पहले कल जब दिन भर सीमा पर जवानों की शहादत की खबर से देश परेशान था तो उसी दौरान अचानक पीएम मोदी टीवी चैनलों पर अवतरित हुए थे। लगा था कि वे चीन के मुद्दे पर कुछ बोलेंगे, लेकिन उन्होंने इस बारे में एक शब्द भी नहीं बोला और सिर्फ कोरोना से संबंधित बातें करते रहे।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह चीन के साथ सीमा पर हुई झड़प से ध्यान भटकाने के लिए था। पूरा देश जब जवानों की शहादत की खबरों और शहीद जवानों की संख्या को लेकर हवा में तैरती खबरों पर बेचैन था तो लंबे समय से कोरोना संकट में अर्थव्यवस्था पर खामोश प्रधानमंत्री दिन भर कोरोना और अर्थव्यवस्था पर बोलते नजर आए, लेकिन जवानों की शहादत या चीन के दुस्साहस पर एक शब्द नहीं कहा। और अब जब 20 जवानों की शहादत की पुष्टि हो चुकी है और कई जवानों के गंभीर रूप से घायल होने की खबरें हवा में हैं तो सिर्फ इतना ही बयान आया है कि भारत माकूल जवाब देने में सक्षम है।
इससे पहले सोमवार देर रात हुई इस दुखद घटना पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान भी आज जाकर आया। आज उन्होंने शहीद जवानों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई। राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, "गलवान में सैनिकों को खोना बहुत ही परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता का परिचय दिया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं का पालन करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया।"
बता दें कि जवानों की शहादत पर पूरा देश गुस्से में है। बंगाल से लेकर दिल्ली और पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी तक में चीन के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क उठा और कई जगह लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस दुखद घटना पर पूरा विपक्ष कल से सरकार से बयान देने की मांग कर रहा था। आज भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से अपील की वो देश को वास्तविक स्थिति से अवगत कराएं। इन सबके बीच घटना के 48 घंटे बाद अब जाकर पीएम मोदी का बयान आया है, वह भी केवल खानापूर्ति की तरह।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इस झड़प में और भी कई जवानों के गंभीर रूप से घायल होने का खबरें आ रही हैं। भारत व चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव अपने चरम पर है। खबरों के अनुसार अभी भी घटनास्थल पर दोनों देशों की सेना डटी हुई हैं। भारतीय जवान पूरी मुस्तैदी के साथ चीनी सेना के सामने खड़े हैं।
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