संसद सुरक्षा चूक मामला: सभी आरोपियों के फोन पार्ट्स जली हालत में राजस्थान से बरामद! ललित झा के पास थे सभी के फोन
ललित झा ने 15 दिसंबर को दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर किया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे।
संसद सुरक्षा चूक मामले की जांच जारी है। इस मामले में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस बीच न्यूज़ एजेंसी एएनाई ने सूत्रों के हवाले से अहम खबर दी है। संसद सुरक्षा चूक मामले में पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपियों के फोन के पार्ट्स राजस्थान के नागौर से बरामद कर लिए गए हैं। सभी फोन जली हुई हालत में मिले। सभी आरोपियों के फोन ललित झा के पास थे।
ललित झा को संसद सुरक्षा चूक मामले का मास्टरमाइंड बताया गया है। ललित झा ने 15 दिसंबर को दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर किया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी ललित घटना के बाद दिल्ली से वह बस से राजस्थान के कुचामन चला गया था। वहां वो होटल में रुका और सारे सबूट उसने मिटा दिए। दो दिन बाद वह वापस दिल्ली पहुंचा और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
ललित झा के मुताबिक, वह राजस्थान से ही सभी चीजों पर बनाए हुए था। ललित ने बताया कि जब उसे लगा कि पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में लगी हैं तो वह वापस दिल्ली आया और दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
संसद में कार्यवाही के दौरान जब दो आरोपी सागर और मनोरंजन डी अंदर घुसे थे और दो आरोपी नीलम और अमोल शिंदे बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, तब ललित भी संसद के बाहर ही मौजूद था। उसने आरोपी नीलम और अमोल द्वारा संसद के बाहर किए गए प्रदर्शन और नारेबाजी का वीडियो भी बनाया। उसके पास सभी आरोपियों के फोन थे। यही नहीं, ललित ने वीडियो को अपने NGO पार्टनर को व्हाट्सऐप भी किया था। इसके बाद वह फरार हो गया था।
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