हरियाणा में बाढ़ से हाहाकार! जायजा लेने गए JJP विधायक को महिला ने जड़ा थप्पड़, मदद नहीं मिलने से नाराज
हरियाणा के आधा दर्जन से ज्यादा जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। इनमें पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कैथल, करनाल, सोनीपत, पानीपत और कुरुक्षेत्र शामिल हैं।
हरियाणा में बारिश ने जमकर कहर मचाया है। उत्तर हरियाणा और जीटी बेल्ट के जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। आश्चर्य इस बात की है कि जब लोग सरकार से मदद की राह देख रहे हैं, उस वक्त वह मिशन-2024 पर मंथन कर रही है। लिहाजा, लोगों में आक्रोश है। यही वजह है कि कैथल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने गए जेजेपी एमएलए को एक महिला ने थप्पड़ जड़ दिया। एमएलए के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने बमुश्किल उन्हें वहां से निकाला।
हरियाणा के आधा दर्जन से ज्यादा जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। इनमें पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कैथल, करनाल, सोनीपत, पानीपत और कुरुक्षेत्र शामिल हैं। सड़क और रेल यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हैं। खुद मुख्यमंत्री 10 लोगों की मौत की पुष्टि कर चुके हैं। ऐसे वक्त में लोग सरकार से मदद की राह देख रहे हैं, लेकिन सरकार की चिंता में शायद चुनाव सर्वोपरि है। यही वजह है कि लोगों में गुस्सा है। बुधवार को जननायक जनता पार्टी के विधायक ईश्वर सिंह इसी गुस्से का शिकार हो गए। उन्हें एक महिला ने थप्पड़ जड़ दिया। विधायक के साथ लोगों ने धक्का-मुक्की भी की। ईश्वर सिंह कैथल जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र गुहला में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने गए थे। चीका क्षेत्र के गांव भाटिया में घग्गर नदी का बांध टूटने के बाद पानी गांव में भर रहा है, जिसको लेकर विधायक वहां गए थे। वह जब गांव में पहुंचे तो उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने आरोप लगाया कि पांच साल में वह एक बार भी लोगों का दुख-दर्द जानने के लिए नहीं आए। अब वह यहां क्या करने आए हैं। इस दौरान बहस के बीच एक ग्रामीण महिला आक्रोशित हो गई और गुस्से में विधायक के थप्पड़ जड़ दिया। पुलिस ने उन्हें वहां से निकाला। यहां घग्गर नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। 40 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और कई गांवों की आबादी में भी पानी भर गया है।
बुधवार शाम को पंजाब बॉर्डर के साथ लगते भाटिया गांव में घग्गर का बांध टूट गया और पानी गांव और खेतों में भर गया। अंबाला में तो बाढ़ के हालात और भी खराब हैं। यहां हालत यह हैं कि कई दिन तक लोग परेशान थे और अंबाला शहर के बीजेपी विधायक असीम गोयल गायब थे। यहां तक कि सोशल मीडिया में उनकी क्षेत्र से गुमसुदगी वायरल हो गई थी। अंबाला कैंट से बीजेपी विधायक और सरकार में गृह मंत्री अनिल विज पर भी लोग गंभीर टिप्पणियां कर रहे हैं। हुआ यह कि बाढ़ प्रभावित अंबाला में कमर तक भरे पानी के बीच एक नाव में रखी कुर्सीनुमा चीज पर वह बैठे दिख रहे हैं। सुरक्षा बल उनकी नाव को धक्का दे रहे हैं। अनिल विज की वायरल इस फोटो पर लोग गंभीर कंमेट कर रहे हैं। आश्चर्य इस बात की है कि जब हरियाणा के इतने जिले बाढ़ से प्रभावित हैं और लोगों को मदद की दरकार है तब सरकार और बीजेपी संगठन के शीर्ष लोग मिशन-2024 के मंथन में व्यस्त हैं। 11 जुलाई को जब जलमग्न क्षेत्रों के लोग इस उम्मीद में थे कि उनकी मदद के लिए कोई सरकार का नुमाइंदा आएगा, उस वक्त गुरुग्राम में सरकार और संगठन के बीच गहन मंथन चल रहा था। इस मंथन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत पार्टी प्रभारी बिप्लब देब और प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ शामिल थे। उधर, हालत यह है कि सरकार के चुनावी एजेंडे में सर्वोच्च स्थान रखने वाला धार्मिक शहर कुरुक्षेत्र तकरीबन आधा जलमग्न हो चुका है। लोगों के घरों में तीन फुट तक पानी भरा होने की खबर है। प्रशासनिक तंत्र की हालत यह है कि डीसी से लेकर एसडीएम तक पत्रकारों के भी फोन उठाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। मतलब लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
हरियाणा में बारिश के बाद 7 जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। कैथल में घग्गर का पानी डेंजर लेवल को पार कर गया है। घग्गर में पानी का लेवल 28.3 फीट पर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से 5 फुट ऊपर है। इससे 35 गांवों में बाढ़ का खतरा हो गया है। करनाल, पानीपत और सोनीपत में यमुना के ओवरफ्लो होने से पानी गांवों में घुस गया है। कुरुक्षेत्र और अंबाला शहर के इलाके में सबसे ज्यादा नुकसान की खबर है। खुद सीएम ने पुष्टि की है कि यमुनानगर, कैथल, पंचकूला तक के इलाकों में बारिश की वजह से लोग प्रभावित हुए हैं। पांच जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इनमें जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद,पलवल,सिरसा शामिल हैं।
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