ब्राजील में दंगे के बाद प्रशासन का एक्शन! 1,500 लोगों को किया गिरफ्तार, राष्ट्रपति लुइज ने सेना पर उठाए सवाल
ब्राजील में रविवार को करीब 300 लोगों की गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को शिविर के करीब 1,200 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था।
ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों द्वारा किए गए हिंसक दंगों के मद्देनजर करीब 1,500 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने सोमवार को 1,200 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि रविवार को 300 लोगों को दंगा होने के कुछ ही घंटों बाद हिरासत में लिया गया था। न्याय मंत्री फ्लेवियो डिनो के अनुसार लगभग 40 बसें, जो प्रदर्शनकारियों को राजधानी तक ले जाने के लिए इस्तेमाल की गई थीं, जब्त कर ली गई हैं।
इसके अलावा सोमवार को भारी हथियारों से लैस अधिकारियों ने ब्राजीलिया में बोल्सनारो समर्थकों के एक शिविर को नष्ट कर दिया। आपको बता दें, रविवार की हिंसा लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के शपथ ग्रहण के ठीक एक सप्ताह बाद हुई। लूला ने 31 अक्टूबर, 2022 को हुए चुनाव में बोल्सनारो को काफी कम अंतर से हराया था।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील के झंडे के रंग पीले और हरे रंग की कमीज पहने प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ब्रासीलिया की इमारतों में तोड़फोड़ की। राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे प्रदर्शनकारियों ने जब राष्ट्रपति भवन का घेराव किया तो पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। हिंसा से व्यापक क्षति हुई है। राष्ट्रपति भवन के भूतल पर लगभग हर खिड़की को नष्ट कर दिया गया। महल के बाहर फुटपाथ को भी नुकसान के निशान दिखाई दिए। बीबीसी ने बताया कि पास के कांग्रेस भवन क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस बीच दंगे को रोकने में विफल रहने पर सुप्रीम कोर्ट ने ब्राजीलिया के गवर्नर इबनीस रोचा को 90 दिनों के लिए पद से हटा दिया है। रोचा ने हिंसा के लिए माफी मांगी है।
राष्ट्रपति लुइज इनासियो ने दंगाइयों पर लोकतंत्र को उखाड़ फेंकने की कोशिश का आरोप लगाया और सवाल किया कि सेना ने अपनी बैरक के बाहर सैन्य तख्तापलट का आह्वान क्यों नहीं किया। राष्ट्रपति ने कहा कि लोग खुलेआम बैरक के बाहर तख्तापलट की मांग कर रहे थे और कुछ भी नहीं किया गया। किसी जनरल ने यह कहने के लिए उंगली नहीं उठाई कि वे ऐसा नहीं कर सकते।
बता दें कि रविवार को करीब 300 लोगों की गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को शिविर के करीब 1,200 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट और कांग्रेस पर धावा बोलने से पहले रविवार को बोल्सनारो के समर्थकों ने उस पड़ाव से प्रस्थान किया। दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्षों ने भी हिंसा की निंदा की है। भारत, अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको के नेताओं ने सोमवार को एक संयुक्त बयान जारी कर ब्राजील के लोकतंत्र पर हमले की निंदा की।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia