ऑस्कर जीतकर हापुड़ का नाम रोशन करने वाली स्नेह और सुमन नौकरी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर
हापुड़ की ऑस्कर विजेता स्नेह और सुमन को सेलिबिट्री होने के कारण छोटी नौकरी कोई देता नहीं और बड़ी मिलती नहीं, लेकिन सच्चाई ये है कि इस समय छोटी-मोटी नौकरी ढूंढने के लिए उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है।
पीरियड्स के दौरान महिलाओं की दिक्कतों पर आधारित शॉर्ट सब्जेक्ट फिल्म ‘पीरियड्स: एंड ऑफ सेंटेंस’ के लिए ऑस्कर मिलने के बाद चर्चा में आने वाली उत्तर प्रदेश के हापुड़ की स्नेह और सुमन कहने को सेलेब्रिटी हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि ऑस्कर मिलने के बाद दोनों की नौकरी चली गयी और आज छोटी मोटी नौकरी ढूंढने के लिए उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है।
दरअसल ‘एक्शन इंडिया’ नाम की एक एनजीओ में काम करने वाली स्नेह और सुमन को ऑस्कर मिलने के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पारितोषिक के रूप में 1-1 लाख रूपए का चेक दिया था, जिसे एनजीओ ने नियमों के विरुद्ध बताते हुए उन्हें नौकरी से निकाल दिया। नौकरी से निकाले जाने के बाद दोनों ही लड़कियां बेरोजगार हैं और नौकरी के लिए उन्हें धक्के खाने पड़ रहे हैं।
हापुड़ स्थित अपने घर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्नेह और सुमन ने बताया कि ऑस्कर जीतकर देश का नाम रोशन करने बाद भी उनके पास कोई नौकरी नहीं है।
सुमन ने बताया कि उन्हें धनराशि दिए जाने की सूचना कई दिन पहले से को-ऑर्डिनेटर सुलेखा सिंह को थी। उन्हें भी एक लाख का चेक जारी किया गया था, लेकिन इस पुरस्कार पाने से पहले एक्शन इंडिया ने कोई एतराज नहीं जताया। बाद में दोनों के ऊपर रुपये देने का दबाव बनाया गया, लेकिन चेक न देने पर उन्हें निकाल दिया गया।
स्नेह ने यह भी बताया कि उसने ऑस्कर मिलने के बाद सबला यूनिट में करीब डेढ़ महीने तक काम किया था। लेकिन इसके बावजूद भी एक्शन इंडिया ने उसे काम पर न आने की बात कहते हुए उनका वेतन भी रोक दिया। दोनों ने कहा कि उनके साथ समस्या यह है कि सेलिबिट्री होने के कारण उन्हें छोटी नौकरी कोई देता नहीं और बड़ी मिलती नहीं, लेकिन वास्तव में वे इस समय नौकरी को लेकर काफी परेशान हैं।
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