सरकार के खिलाफ आर-पार के मूड में विपक्ष, संविधान दिवस पर राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का ऐलान
समूचे विपक्ष ने अब सरकार के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। विपक्ष ने आर-पार का ऐलान करते हुए संविधान दिवस पर राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया।
मोदी सरकार की मनमानी नीतियों और विपक्षी दलों के साथ बैर वाले भाव के खिलाफ अब समूचा विपक्ष आर-पार के मूड में हैं। साथ ही महाराष्ट्र के राजनीतिक संग्राम के बीच सरकार और विपक्ष के बीच तलखी बढ़ती जा रही है। अब विपक्षी दलों ने मंगलवार 26 नवंबर को संविधान दिवस पर होने वाले राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
महाराष्ट्र में सरकार के गठन में लोकतांत्रिक और संवैधानिक प्रक्रियाओं को जिस तरह धज्जियां उड़ाई गईं, इसके खिलाफ विपक्ष के तेवर काफी तीखे हैं। ऐसे में शिवसेना ने विपक्ष के बहिष्कार का खुलकर ऐलान कर दिया है।
इसके अलावा विपक्ष ने इस दौरान संसद में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन करने भी ऐलान किया है। ध्यान रहे कि सोमवार को भी संसद में महाराष्ट्र के मुद्दे पर काफी हंगामा हुआ और दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा था। 2016 के बाद संभवत: यह पहला मौका था जब हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही इस तरह स्थगित करनी पड़ी हो।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 25 Nov 2019, 11:15 PM