डांस बार फिर खुलने पर महाराष्ट्र में सियासी घमासान, एनसीपी का सीएम फडणविस पर बार मालिकों से सांठगांठ का आरोप

मुंबई में डांस बार खोलने की सुप्रीम कोर्ट से सशर्त इजाजत मिलने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आ गया है। सूबे की सियासी पार्टियों ने देवेंद्र फडणविस सरकार केखिलाफ लामबंद होकर मोर्चा खोल दिया है। एनसीपी और शिवसेना ने सीधे-सीधे इसके लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

महाराष्ट्र में डांस बार पर एक बार फिर राजनीतिक भूचाल आता दिख रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को महाराष्ट्र में डांस बार खोलने की इजाजत कुछ शर्तों के साथ दे दी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणविस की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार राज्य के राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गई है।

राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी एनसीपी ने डांस बार दोबारा शुरु होने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणविस को जिम्मेदार ठहराया। एनसीपी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की बार मालिकों के साथ सौदेबाजी हुई और सांठगांठ थी। एनसीपी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से नहीं रखा, जिसकी वजह से कोर्ट ने गुरुवार को शर्तों के साथ डांस बार शुरू किए जाने के आदेश दे दिए।

एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, "महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार को इसका खामियाज़ा आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। हम इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जायेंगे और सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। इतना ही नहीं आने वाले चुनाव के बाद अगर हमारी सरकार आई तो विधानसभा में कानून बनाकर डांस बार पर पूरी तरह से पाबंदी लगा देंगे।"

इस पूरे मामले पर शिवसेना भी एनसीपी से सुर से सुर मिलाती दिखी और कोर्ट के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डांस बार खुलना दुर्भाग्यपूर्ण है। शिवसेना ने कहा कि डांस बार के बारे में जो कानून बनाया गया, वह कमज़ोर था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मचे सियासी घमासान पर देवेंद्र फडणविस सरकार के कैबिनेट मंत्री विनोद तावड़े ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, “सरकार ने अपना पक्ष पूरी मजबूती के साथ कोर्ट में रखा था। गुरुवार के आदेश का सरकार अध्ययन करेगी और जरूरत पड़ी, तो फिर से इस मामले को कोर्ट ले जाएगी।“

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Published: 17 Jan 2019, 11:54 PM