अपनी ही सरकार पर बरसे योगी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर, कहा, 325 सीटें लेकर नशे में पागल होकर घूम रहे हैं
योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ मंदिरों पर केंद्रित है, गरीबों के कल्याण पर नहीं।
एक ओर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता का पहला साल पूरा होने पर जहां अपनी उपलब्धियां गिना रही है। दूसरी ओर यूपी सरकार में सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी कैबिनेट के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने प्रदेश में रूके हुए विकास को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मौजूदा यूपी सरकार सिर्फ मंदिरों पर ध्यान दे रही है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि गरीबों के विकास पर सरकार का ध्यान नहीं है। जिन्होंने वोट देकर सत्ता दी है।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंता पार्टी के सामने कई बार जताई है लेकिन ये लोग 325 सीटें लेकर नशे में पागल होकर घूम रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वो एनडीए का हिस्सा हैं, लेकिन बीजेपी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है।
ओपी राजभर के बगावती तेवर के बाद बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, “ओपी राजभर हमारे मंत्री और हमारे सहयोगी हैं, अगर उनके पास कुछ समस्याएं हैं तो उन्हें कैबिनेट के सामने रखना चाहिए, जनता में नहीं। आप सरकार का हिस्सा बने रहे और इस तरह की आलोचना भी करते रहे, ये दोनों काम साथ-साथ नहीं हो सकते हैं।”
एनडीए में सहयोगी पार्टियों की लगातार अनदेखी के बाद उनकी नाराजगी सामने आ रही है। इससे पहले आंध्र प्रदेश में टीडीपी ने एनडीए से अलग होने के फैसला ले चुकी है। इसके अलावा बीजेपी के अन्य सहयोगी दलों में भी भगदड़ मचती दिखाई दे रही है। एनडीए की खास सहयोगी और केंद्र सरकार में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी ने भी कुछ ऐसे ही संकेत देने शुरू कर दिए हैं।
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ओमप्रकाश राजभर का 24 घंटे में यह दूसरा हमला है। 18 मार्च को उन्होंने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के समर्थन के सवाल को लेकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था, “हम अभी बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या बीजेपी ने राज्यसभा और गोरखपुर तथा फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय करने से पहले हमसे कोई सलाह ली थी?”
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