नोटबंदी के सात साल पूरे होने पर राहुल गांधी का PM मोदी पर कटाक्ष, कहा- रोजगार खत्म करने की सोची समझी साजिश थी

राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, ''नोटबंदी एक सोची समझी साज़िश थी। नोटबंदी रोज़गार तबाह करने की, श्रमिकों की आमदनी रोकने की, छोटे व्यापारों को खत्म करने की, किसानों को नुकसान पहुंचाने की और असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़ने की साज़िश थी।"

फोटो: विपिन
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को नोटबंदी के सात साल पूरे होने पर पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया। राहुल गांधी ने कहा है कि नोटबंदी रोजगार को नष्ट करने, असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़ने की एक सोची-समझी साजिश थी।

राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, ''नोटबंदी एक सोची समझी साज़िश थी। नोटबंदी रोज़गार तबाह करने की, श्रमिकों की आमदनी रोकने की, छोटे व्यापारों को खत्म करने की, किसानों को नुकसान पहुंचाने की और असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़ने की साज़िश थी।" 

उन्होंने कहा कि 99 प्रतिशत आम भारतीयों पर हमला, 1 प्रतिशत पूंजीपति मोदी 'मित्रों' को फायदा। यह एक हथियार था, आपकी जेब काटने का। परम मित्र की झोली भर कर उसे 609 से दुनिया का दूसरा सबसे अमीर बनाने का!

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को देश के नाम एक टेलीविजन संबोधन में काले धन, आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले की घोषणा की थी। जिसके बाद 500 और 1,000 के नोट चलन से बाहर हो गए थे। 

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