एनएसयूआई ने रक्तदान कर मनाया राहुल गांधी का जन्मदिन, कई कोरोना पीड़ितों को दी आर्थिक मदद
एनएसयूआई के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि इस कोरोना महामारी में संकट में फंसे प्रवासी मजदूरों की आवाज उठाने वाले सर्वप्रथम राहुल गांधी जी ही थे। उनके जन्मदिन पर एनएसयूआई उन्हीं के दिखाए रास्ते पर चलकर गरीबों-कमजोरों की हर तरह की सहायता करने का प्रण लेती।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के जन्मदिन पर आज पार्टी की छात्र इकाई एनएसयूआई ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस दौरान छात्र दिल्ली समेत देश के कई शहरों में संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया। इस दौरान दिल्ली में एनएसयूआई मुख्यालय में कोरोना संकट में मुश्किलों का सामना कर रहे कई गरीब परिवारों को विशेष आर्थिक मदद भी दी गई।
राहुल गांधी ने लद्दाख में चीनी सेना के साथ झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के शोक में इस बार अपना जन्मदिन नहीं मनाने का ऐलान किया था। उन्होंने अपने समर्थकों से भी कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं करने की अपील की थी। इस को ध्यान में रखते हुए एनएसयूआई अध्यक्ष नीरज कुंदन ने शुक्रवार को संगठन के मुख्यालय पर पूर्व निर्धारित सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया और इस अवसर पर देश और समाज की सेवा के लिए रक्तदान शिविर आयोजित करने का फैसला किया गया।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने बताया कि हर कोई जानता है कि हमारे सैनिकों को लद्दाख के गलवान घाटी में अपने प्राणों का बलिदान देना पड़ा है। यह भारत के लिए एक बड़ा नुकसान है और इसी कारण कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी ने अपने जन्मदिन का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। उन्होंने हमेशा गरीबों की सहायता करने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत एनएसयूआई हमेशा से गरीबों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों की मदद करता रहा है और आज के विशेष दिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहा है।
पिछले 86 दिनों से अपने मुख्यालय पर रोजाना गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध करवा रही एनएसयूआई के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने बताया कि संगठन संपूर्ण भारत के विभिन्न संघ शासित प्रदेशों और राज्यों में कोरोना महामारी के दौरान प्रवासियों के परिवारों के बच्चों की शिक्षा संबंधित आर्थिक सहायता करके विभिन्न परिवारों की मदद कर रहा है। इसके साथ ही एनएसयूआई विभिन्न अवसरों पर रक्तदान शिविर भी आयोजित करती आई है और आज भी कर रही है।
इस अवसर पर एनएसयूआई मुख्यालय नीरज कुंदन ने कोरोना महामारी से पैदा संकट में घिरे कई लोगों को आर्थिक सहायता का चेक देकर मदद की। इसमें दिल्ली का एक लड़का चांद मोहम्मद है, जो कोरोना महामारी के दौरान मां के इलाज और बहन की शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है। इसी तरह बिहार के राजन की भी आज एनएसयूआई ने मदद की, जो अपनी गर्भवती पत्नी और अपने दोनों बच्चों को बचा नहीं पाए।
इस दौरान जे जे कॉलोनी, उत्तनगर के हरिकिशन के परिवार की भी मदद की गई, जिन्होंने वित्तीय बोझ के चलते कोरोना महामारी के दौरान आत्महत्या कर ली थी। इसी तरह दिल्ली के रोहिणी की रहने वाली रेखा नाम की एक महिला को भी आज आर्थिक सहायता दी गई, जिन्होंने कोरोना वायरस के कारण अपने पति को खो दिया।
नीरज कुंदन ने कहा कि इस कोरोना वायरस की महामारी में संकट में फंसे प्रवासी मजदूरों की आवाज उठाने वाले सर्वप्रथम राहुल गांधी जी ही थे। उनके जन्मदिन पर एनएसयूआई उन्हीं के दिखाए रास्ते पर चलना चाहेगी और गरीबों की यथासंभव सहायता करेगी। नीरज कुंदन ने कहा कि एनएसयूआई इन जरूरतमंदो की मदद करके खुशी का अनुभव कर रही है।
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