पता चल गया अफगानिस्तान से भागे राष्ट्रपति गनी कहां हैं, इस देश ने बयान जारी कर शरण देनी की पुष्टि की
ऐसे मुश्किल वक्त में राष्ट्रपति गनी के अचानक देश छोड़ने से काबुल समेत पूरे देश में अफरातफरी मच गई। अफगानिस्तान के नागरिक मुश्किल वक्त में उनके देश छोड़कर चले जाने को लेकर काफी नाराज हैं। अशरफ गनी के कई सहयोगियों ने भी उन पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया।
अगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से पहले ही देश और अपने लोगों को उनके हाल पर छोड़कर भागे अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी इस समय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हैं। गनी के यूएई की राजधानी अबू धाबी में देखे जाने की खबरों पर यूएई के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है। हालांकि ये नहीं बताया है कि वे किस शहर में हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यूएई ने मानवीय आधार पर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके परिवार का देश में स्वागत किया है। हालांकि, बयान में ये नहीं बताया गया है कि गनी यूएई के किस शहर में हैं। लेकिन खबर है कि गनी आबू धाबी में हैं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे से पहले ही देश छोड़ दिया था। पहले बताया जा रहा था कि वह ताजिकिस्तान भाग गए हैं, लेकिन वहां पर उनकी फ्लाइट लैंड नहीं हो सकी। बाद में गनी के ओमान जाने की खबर भी आई। इस बीच रूसी दूतावास ने दावा किया कि अशरफ गनी चार कारों और एक हेलीकॉप्टर में नोट भऱकर देश से फरार हुए हैं।
ऐसे मुश्किल वक्त में राष्ट्रपति के अचानक देश छोड़ने से काबुल समेत पूरे देश में अफरातफरी मच गई। अफगानिस्तान के नागरिक मुश्किल वक्त में उनके देश छोड़कर चले जाने को लेकर काफी नाराज हैं। अशरफ गनी के कई सहयोगियों ने भी उन पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया। हाई काउंसिल फॉर नेशनल रीकॉउंसिलेनशन के अध्यक्ष अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने गनी के देश छोड़ ने की आलोचना करते हुए कहा कि राष्ट्रपति गनी ने अफगानिस्तान छोड़ दिया है। उन्होंने देश को उसके हाल पर छोड़ दिया। अल्लाह को उन्हें जवाब देना होगा।
वहीं देश छोड़ने को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच अशरफ गनी ने सोशल मीडिया के जरिये सफाई देने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा कि मैंने अगर देश नहीं छोड़ा होता तो यहां की जनता के लिए अंजाम बुरे होते। तालिबानियों ने मुझे हटाया है। वो काबुल में यहां के लोगों पर हमले के लिए आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तालिबान ने हिंसा से लड़ाई जीत ली है। अब उनकी जिम्मेदारी है कि वो अफगानिस्तान के लोगों की रक्षा करे। उन्होंने लिखा कि खूनखराबे से बचने के लिए उन्हें अफगानिस्तान से जाना ही सही लगा।
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Published: 18 Aug 2021, 9:58 PM