जल्द आएगा नीट यूजी का रिजल्ट, छात्रों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
नीट परीक्षा में शामिल हो चुके छात्रों को मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए दूसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक छात्रों के लिए दूसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी आवश्यक है।
नीट परीक्षा में शामिल हो चुके छात्रों को मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए दूसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक छात्रों के लिए दूसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी आवश्यक है। छात्रों को फिलहाल दूसरे चरण के रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ और दिन इंतजार करना होगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी अगले कुछ दिनों में दूसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करेगी।
नीट यूजी 2021 परीक्षा भारत के 202 शहरों में 3,800 से अधिक परीक्षा केंद्रों में रविवार 12 सितंबर को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे के बीच आयोजित की गई थी। पूरे देश में लगभग 16 लाख छात्रों ने परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी लगभग एक माह के भीतर नीट यूजी का रिजल्ट घोषित कर सकती है। एनटीए का कहना है कि रिजल्ट का इंतजार कर रहे छात्रों को मेडिकल पंजीकरण के दूसरे चरण की प्रक्रिया को भी पूरा करना होगा।
एनटीए के मुताबिक नीट आवेदन प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होगी। इसमें उम्मीदवारों को अपनी जानकारी दर्ज करानी है। पहला चरण ऑनलाइन आवेदन के साथ पूरा किया जा चुका है। दूसरा चरण स्कोर कार्ड जारी किए जाने से पहले पूरा होगा। इसके लिए नीट यूजी पोर्टल के माध्यम से जानकारी दी जाएगी।
एनटीए के मुताबिक शिक्षा मंत्रालय की पहल पर मेडिकल प्रवेश परीक्षा 'नीट-यूजी' पहली बार दुबई में भी आयोजित की गई है। दुबई स्थित परीक्षा केंद्र के अलावा कुवैत में भी नीट-यूजी परीक्षा आयोजित करवाई गई।
सामाजिक दूरी के मानदंडों को सुनिश्चित करने के लिए, परीक्षा वाले शहरों की संख्या 155 से बढ़ाकर 202 कर दी गई थी।
केंद्र सरकार ने इस बार नीट में परीक्षाओं में 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण को लागू करने का फैसला किया है। साथ ही छात्रों को 13 भाषाओं में यह परीक्षा देने की सुविधा प्रदान की गई। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की पहल पर और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों के अंतर्गत इस बार छात्रों को 13 भारतीय भाषाओं में यह परीक्षा देने की सुविधा प्रदान की गई। नीट परीक्षा जिन 13 भाषाओं में आयोजित की गई, उनमें अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू शामिल हैं।
नीट परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र देश के विभिन्न प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस समेत विभिन्न कोर्सेज में एडमिशन ले सकेंगे।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 में संशोधन के उपरांत देशभर में स्थित 13 एम्स और पुडुचेरी के जवाहरलाल पीजी चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के एमबीबीएस पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षाएं भी नीट के जरिए से ली गई हैं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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