NEET परीक्षाः गुजरात के गोधरा से पांच आरोपी गिरफ्तार, नकल कराने के लिए 10-10 लाख रुपये में हुई थी डील
पुलिस ने एनटीए से जानकारी मांगी है कि परीक्षा कैसे कंडक्ट कराई जाती है। एग्जाम के ऑब्जर्वर और सुपरवाइजर की भर्ती प्रक्रिया तक की जानकारी पुलिस जुटा रही है। आरोपियों से बरामद फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर गुजरात पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब तक ढाई करोड़ रुपए के मनी ट्रेल की बात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक छात्रों से 10-10 लाख रुपये लेकर नीट परीक्षा पास कराने का गोरखधंधा चल रहा था। पिछले महीने पंचमहल जिले के कलेक्टर को मिली सूचना के आधार पर गोधरा के जय जलाराम स्कूल के नीट एग्जाम सेंटर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान यह खुलासा हुआ कि बच्चों से पैसे लेकर परीक्षा पास कराने का खेल हुआ है। इसके बाद पंचमहल जिले के शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
जानकारी के मुताबिक 5 मई को होने वाली परीक्षा में शिक्षक तुषार भट्ट इसी सेंटर में लॉबी कंडक्टर थे। वह किसी छात्र से 10 लाख रुपए लेने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी ने सेंटर पहुंचकर उनसे पूछताछ की। जिला शिक्षा अधिकारी को पूछताछ और जांच के क्रम में उनके फोन से परशुराम रॉय नामक व्यक्ति के साथ चैट में कुछ तस्वीरे मिलीं, जिसमें 11 छात्रों के नाम, रोल नंबर और उनके एग्जाम सेंटर का पता लिखा था। इसके अलावा उनकी कार से 7 लाख रुपये कैश भी बरामद हुआ।
जांच में यह बात सामने आई कि गोधरा के आरिफ वोरा और वडोदरा के रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम रॉय की भूमिका छात्रों से पैसे लेकर पास कराने में है। भट्ट के फोन से 20 से ज्यादा छात्रों के नाम के आगे कन्फर्म समेत कई निशानियां तक मिलीं। इस पूरे मामले में जब जांच तेज की गई तो पता चला कि तुषार भट्ट को आरिफ वोरा ने एजेंट के तौर पर छात्रों से मुलाकात करवा कर एक-एक छात्र से परीक्षा पास कराने के लिए दस-दस लाख में डील की थी और सात लाख रुपये एडवांस लिए थे। भट्ट ने एडवांस लेने वाले छात्रों को ओएमआर शीट खाली छोड़ने के निर्देश दिए थे, ताकि शीट को भरकर उन्हें पास कराया जाए।
पंचमहल पुलिस ने वडोदरा से लेकर पंचमहल तक छापामारी की और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस पूरे मामले में स्कूल के चेयरमैन ने कहा कि भट्ट टीचर था और नीट परीक्षा का सुपरवाइजर था जिसे सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच अब पुलिस और शिक्षा विभाग साथ मिलकर करेगा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में टीचर तुषार भट्ट, प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा, रॉय ओवरसीज के परशुराम रॉय, रॉय का साथी विभोर आनंद और एक बिचौलिया आरिफ वोरा शामिल है। सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। मुख्य आरोपी तुषार भट्ट ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी जिसे खारिज कर दिया गया। गोधरा सेशन कोर्ट ने नीट एग्जाम में हुए इस फर्जीवाड़े का खुलासा करने के लिए जिला पुलिस की कार्रवाई की सराहना की।
पुलिस ने इस पूरे मामले में सामने आए छात्रों के नाम के आधार पर संदिग्ध छात्रों और अभिभावकों तक के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम रॉय ने कई छात्रों के माता-पिता से मेडिकल प्रवेश के लिए पैसे कैश में और चेक से लिए थे। पुलिस ने एनटीए से कई अहम जानकारियां मांगी है। पुलिस के मुताबिक एनटीए से जानकारी मांगी गई है कि परीक्षा कैसे कंडक्ट कराई जाती है और एग्जाम के ऑब्जर्वर और सुपरवाइजर की भर्ती प्रक्रिया तक की जानकारी पुलिस जुटा रही है। आरोपियों से बरामद फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
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