NEET2020 का रिजल्ट जारी, ओडिशा के शोएब आफताब ने किया टॉप, परिवार में होगा पहला डॉक्टर

इस परीक्षा में सफल होने वाले परीक्षार्थियों को देश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में संचालित एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज में दाखिला मिलेगा। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि छात्रों की प्रगति और बेहतर भविष्य के लिए इन परीक्षाओं का आयोजन जरूरी था।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

आसिफ एस खान

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने शुक्रवार देर शाम नीट-2020 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। नीट का रिजल्ट एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है। इस परीक्षा में उड़ीसा के शोएब आफताब ने 720 में से 720 अंक लाकर टॉप किया है। 100 प्रतशित अंक पाने वाले शोएब के परजिन अपने बेटे की मेहनत और जज्बे से बहुत खुश हैं। रिजल्ट के साथ एनटीए ने फाइनल प्रश्नोत्तर भी जारी कर दिए हैं।

फिलहाल अभी एनटीए की ओर से टॉपर की लिस्ट औपचारिक रूप से जारी होना बाकी है। इस परीक्षा के लिए कुल 15.97 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। इनमें से लगभग 90 फीसदी परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया था। इस साल करीब 14.37 लाख से अधिक उम्मीदवार कोरोना महामारी के बावजूद 13 सितंबर को प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे। कंटेनमेंट जोन में होने के चलते जो छात्र परीक्षा नहीं दे पाए थे, उनके लिए 14 अक्टूबर को फिर से परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसलिए रिजल्ट में थोड़ी देरी हुई।

इस परीक्षा में सफल होने वाले परीक्षार्थियों को देश के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में संचालित एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज में एडमिशन मिलेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने नीट के रिजल्ट के बाद खुशी जताई है और कहा, "विद्यार्थियों के करियर की प्रगति और बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए इन परीक्षाओं का आयोजन बेहद जरूरी था।"

गौरतलब है कि तमाम विरोध के बावजूद शिक्षा मंत्रालय ने नीट परीक्षा का आयोजन करवाया था।तमाम आपत्तियों की परवाह किए बगैर नीट का आयोजन करवाया गया। शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा, "वैश्विक आपदा कोविड-19 के कारण संपूर्ण विश्व का शैक्षिक और अकादमिक जगत व्यापक रूप से प्रभावित हो रहा था। वर्तमान हालात में शीघ्र ही हमें इस बीमारी से निजात मिलती हुई भी दिखाई नहीं दे रही थी। ऐसे में छात्रो के बेहतर भविष्य के लिए इन परीक्षाओं का आयोजन करवाना जरुरी था।"

निशंक ने एनटीए को परीक्षा के बेहतर संचालन को लेकर बधाई दी है। उन्होंने कहा, "सभी लोगों के कठिन परिश्रम के चलते परीक्षा का सफल आयोजन और समय पर रिजल्ट जारी हो पाया। राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी परीक्षा के संचालन में प्रशासनिक मदद की और विपरित परिस्थितियों में सहयोग किया। वहीं देशभर में लॉकडाउन का पालन करते हुए इस परीक्षा का आयोजन करवाना किसी चुनौती से कम नहीं था। इन परीक्षाओं के आयोजन से जहां छात्रों का एक साल बर्बाद होने से बच गया, वहीं छात्रों की योग्यता, विश्वसनीयता, छात्रवृत्ति, पुरस्कार, प्लेसमेंट तथा विश्व के किसी भी विश्वविद्यालय में प्रवेश की स्वीकार्यता और बेहतर भविष्य-निर्माण की संभावनाओं में अब कोई बाधा नहीं आएगी।"

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 16 Oct 2020, 10:01 PM