मुंबई: डॉक्टर पायल खुदकुशी केस में तीनों महिला डॉक्टर गिरफ्तार, खुदकुशी के लिए उकसाने का है आरोप
डॉक्टर पायल तड़वी आदिवासी समाज से थीं। आरोप है कि यही वजह है कि गिरफ्तार की गईं तीनों डॉक्टर उनके साथ रैगिंग करती थीं। रैंगिंग से तंग आकर डॉक्टर पायल तड़की ने खुदकुशी कर ली थी।
मुंबई के नायर अस्पताल की डॉक्टर पायल तड़वी की खुदकुशी के मामले में पुलिस ने अस्पताल की तीनों आरोपी महिला डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है। मुंबई की अग्रीपाड़ा पुलिस ने डॉक्टर भक्ति के बाद डॉक्टर अंकिता को गिरफ्तार किया। इससे पहले डॉक्टर हेमा आहूजा को अंधेरी स्टेशन परिसर से गिरफ्तार किया गया था। इन तीनों पर डॉक्टर पायल के साथ रैगिंग कर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद डॉक्टर भक्ति, अंकिता और हेमा आहूजा को मुंबई के सेशन कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट तीनों आरोपियों को 31 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
डॉक्टर पायल तड़वी आदिवासी समाज से थीं। आरोप है कि यही वजह है कि गिरफ्तार की गईं तीनों डॉक्टर उनके साथ रैगिंग करती थीं। रैंगिंग से तंग आकर डॉक्टर पायल ने खुदकुशी कर ली थी। डॉक्टर पायल के माता-पिता की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने तीनों सीनियर डॉक्टर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया था। परिजनों का आरोप है कि आरोपी डॉक्टर्स उनकी बेटी का मानसिक उत्पीड़न के साथ जातीय टिप्पणी करते थे। सीनियर्स डॉक्टर्स के इस व्यवहार से पायल बेहद परेशान थीं और इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी का कदम उठाया।
वहीं, इस मामले में स्त्री रोग विभाग के प्रमुख को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है। डॉक्टर पायल के परिजनों ने अस्पताल के डीन और पुलिस से रैगिंग मामले की शिकायत की थी। बताया जा रहा है कि लिखित शिकायत के बावजूद रैगिंग रोकने को लेकर कदम नहीं उठाया गया था। इसके बाद डॉक्टर पायल तड़वी ने खुदकुशी कर ली।
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