कभी मोदी के समर्थक रहे मेघनाद देसाई की भविष्यवाणी: अच्छे दिन आने का इंतज़ार कर रही जनता अब नहीं देगी मोदी को वोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध की आवाज़ें चारों तरफ से आने लगी हैं। कभी मोदी के बड़े समर्थक रहे जाने माने अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई ने मोदी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि ‘निराश’ जनता अब उन्हें दोबारा वोट नहीं देगी।
लॉर्ड मेघनाद देसाई जाने माने अर्थशास्त्री हैं और ब्रिटेन के राजनीतिज्ञ भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े समर्थकों में से एक रहे हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव से ऐन पहले उन्होंने नरेंद्र मोदी को लेकर निराशा जताते हुए कहा है कि पीएम मोदी टीम लीडर नहीं हैं और अब लोग उन्हें दोबारा वोट नहीं देंगे।
एक न्यूज़ एजेंसी को दिए इंटरव्यू में मेघनाद देसाई ने कहा कि, “मोदी ने जरूरत से ज्यादा वादे किए और एक मजबूत मंत्रिमंडल के बजाय अपने पसंदीदा नौकरशाहों के दम पर पूरा देश चलाने लगे। उनका यह विश्वास गलत साबित हुआ” देसाई ने कहा कि मोदी ने गुजरात में भी मुख्यमंत्री के तौर पर ऐसा ही किया था। उन्होंने कहा कि, “आखिरकार जनता निराश हो गई और उसके मन में यह भावना आ गई है कि ‘अच्छे दिन अभी तक नहीं आए’ इसलिए 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके पक्ष में अब वोट नहीं डालेगी।“
मेघनाद देसाई लंबे वक्त तक ब्रिटेन की लेबर पार्टीके सदस्य रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “मोदी के पास बेहतरीन मौका था, लेकिन टीम भावना न होने के चलते वह कुछ नहीं कर सके।“ मेघनाद देसाई ने नरेंद्र मोदी के कामकाज के तौर तरीकों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि, “मोदी एक अच्छे राजनीतिज्ञ तो हैं, लेकिन टीम लीडर के गुण उनमें नहीं हैं और न ही वे अच्छे प्लेयर हैं।“
उन्होंने कहा कि मोदी के मंत्रिमंडल में अरुण जेटली और सुषमा स्वराज के अलावा किसी भी मंत्री के पास कोई अनुभव नहीं है। उनके मुताबिक, “मोदी को इस बात अंदाज़ा नहीं था कि हालात इस हद तक खराब हो जाएंगे कि दोबारा सत्ता में आने के लिए उन्होंने लोगों से याचना करना पड़ेगी।” उन्होंने कहा कि तीन हिंदी भाषी राज्यों में हार के बाद शायद उनमें कुछ विनम्रता आ जाए।
मेघनाद देसाई ने रिजर्व बैंक और सरकार की तनातनी के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक के दो गवर्नर का चले जाने अच्छे संकेत नहीं है। उन्होंने संकेत दिया कि मोदी सरकार ने आरबीआई एक्ट की धारा 7 की धमकी देकर गलत किया। मेघनाद देसाई ने आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य की तारीफ की और कहा कि कोई बेहद मूर्ख सरकार ही रिज़र्व बैंक से पैसा लेकर किसानों का कर्ज माफ करेगी। उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच जैसे संगठनों को आरबीआई बोर्ड में ज्यादा तवज्जो देने पर भी आपत्ति जताई।
लेकिन मेघनाद देसाई ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह में काफी अंतर है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की कैबिनेट में प्रणब मुखर्जी, अर्जुन सिंह, शरद पवार और पी. चिदंबरम समेत छह वरिष्ठ और अनुभवी मंत्री थे।
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