मोदी के मंत्री का बेटा बिहार के भागलपुर दंगे के आरोप में गिरफ्तार
केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर भागलपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है। हालांकि उनका दावा है कि उन्होंने सरेंडर किया है।
बिहार के भागलपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोप में पटना पुलिस ने देर रात केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे को गिरफ्तार कर लिया। अर्जित शाश्वत बिहार में बीजेपी के नेता भी हैं। हालांकि शाश्वत का दावा है कि उन्होंने पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है, बल्कि उन्होंने खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
पटना के सहायक पुलिस अधीक्षक राकेश दूबे ने रविवार को बताया कि अर्जित को पटना के स्टेशन गोलंबर के पास शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस को उनके पटना स्थित स्टेशन गोलंबर के पास पहुंचने की सूचना मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। इधर, शाश्वत ने गिरफ्तारी से पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने न्यायालय का पूरा सम्मान किया है और वह आत्मसमर्पण कर रहे हैं। अदालत ने शाश्वत को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है।
शाश्वत ने कहा कि, "मैं किसी दबाव में नहीं था। मैं यहां हनुमान मंदिर में प्रणाम करने आया था और इसके बाद मैंने यहीं पर आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया। मैं न्यायालय की शरण में था। न्यायालय की ओर से मेरी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने की खबर मुझे शाम को मिली। इसके बाद मुझे लगा कि मुझे आत्मसमर्पण करना चाहिए।"
शाश्वत की गिरफ्तारी पर उनके पिता और मोदी सरकार में मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके बेटे खिलाफ विपक्ष ने झूठी एफआईआर दर्ज कराई थी। जब अदालत ने उसकी अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी तो उसने न्यायालय का सम्मान करते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
गौरतलब है कि शाश्वत पर 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर में बिना इजाजत के एक जुलूस निकालने और उस दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है। उनकी गिरफ्तारी के लिए अदालत ने 24 मार्च को गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था। उन्होंने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दी थी, लेकिन भागलपुर की एक अदालत ने शनिवार को शाश्वत की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। शाश्वत ने नाथनगर पुलिस पर गलत मामला दर्ज करने और उन्हें फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'जय श्री राम' और राष्ट्रभक्ति के नारा लगाना गलत है क्या?
शाश्वत मोदी सरकार में राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में भागलपुर से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।
शाश्वत की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर निशाना साध रहा था। इस दौरान सत्तापक्ष के लोगों द्वारा भी शाश्वत की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाए जा रहे थे।
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