गरीबों से मोदी सरकार छीनेगी ‘गरीब रथ’, लालू यादव ने किया था शुरु
गरीब रथ ट्रेनें जल्द ही बंद होने वाली हैं। मोदी सरकार इनमें बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है।गरीब रथ ट्रेन को मेल या एक्सप्रेस ट्रेन में बदलते ही ट्रेन का किराया बढ़ जाएगा, जिससे गरीब रथ का सस्ता सफर बंद हो जाएगा।
देश के गरीबों को एसी में सफर करना अब महंगा हो सकता है। गरीबों को एसी ट्रेन का सफर कराने के मकसद से साल 2006 में बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी प्रमुख लालू यादव द्वारा शुरू किए गरीब रथ को अब मौजूदा मोदी सरकार बंद करने जा रही है। बताया जा रहा है कि देश में कुछ 26 गरीब रथ ट्रेनें हैं और सभी को धीरे-धीरे मेल एक्सप्रेस में तब्दील करने की तैयारी हो रही है।
मोदी सरकार सबसे पहले पूर्वोत्तर से चलने वाली गरीबरथ को काठगोदाम-जम्मू रूट के लिए बदलने की तैयारी में है। इसके बाद काठगोदाम-कानपुर लिंक सेंट्रल गरीब रथ को मेल एक्सप्रेस में बदलेगी। इसका मतलब है कि इस मार्ग पर गरीब रथ की सस्ती यात्रा को रोक दिया जाएगा।
गरीब रथ को बंद करने के पीछे मोदी सरकार ने कारण बताया है। बताया जा रहा है कि इसके पीछे ट्रेन की बोगियों का प्रोडक्शन बंद होना है। इन बोगियों के जगह पर अब आधुनिक बोगियां बनाई जा रही हैं। इसलिए गरीब रथ ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस ट्रेन में बदला जाएगा। ऐसे में आम जनता या यूं कहे कि गरीबों को एसी बोगियों में चढ़ने के लिए और भी जेबें ढिली करनी होगी। इन ट्रेनों में सफर करना महंगा हो सकता है।
बता दें कि गरीबों को एसी ट्रेन में सफर कराने के लिए साल 2006 में रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गरीब रथ ट्रेन की शुरुआत की थी। पहली ट्रेन सहरसा-अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस थी, जो बिहार के सहरसा से पंजाब के अमृतसर के बीच चलाई गई थी। इस ट्रेन में एसी 3 और चेयरकार कोच थे।
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