महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले शिवसेना के 15 बागी विधायकों को मोदी सरकार ने दी 'वाई प्लस' श्रेणी की सुरक्षा!
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच यह नेता एकनाथ शिंदे के खेमे में हैं। केंद्र का फैसला शिंदे द्वारा सीएम को लिखे पत्र में आरोप लगाने के एक दिन बाद आया है कि शिवसेना के बागी विधायकों के परिवार के सदस्यों को प्रदान की गई सुरक्षा वापस ले ली गई है।
केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले शिवसेना के 15 बागी विधायकों को 'वाई प्लस' श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। खबरों के मुताबिक, शिवसेना के 15 विधायकों को 'वाई प्लस' श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है, जिसमें प्रकाश सुर्वे, सदानंद सर्वाकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, रमेश बोनार्रे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणर और संदीपन भुमरे शामिल हैं।
यह नेता महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट में एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल हो गए हैं। केंद्र का फैसला शिंदे द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में आरोप लगाने के एक दिन बाद आया है कि शिवसेना के बागी विधायकों के परिवार के सदस्यों को प्रदान की गई सुरक्षा वापस ले ली गई है।
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार ने आरोपों को खारिज कर दिया था। शिंदे ने शिवसेना के दो-तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया। साथ ही बताया जा रहा है कि गुवाहाटी में डेरा डाले हुए विद्रोही नेता शिंदे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से गुजरात के वडोदरा में एक अज्ञात स्थान पर मुलाकात की है।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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