आर्थिक मोर्चे पर भारत को उबारने का मोदी सरकार का दावा लेकिन मूडीज ने घटाया जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने साल 2019 के लिए जीडीपी ग्रोथ दर घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया है। हालांकि इससे पहले एजेंसी ने भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.8 फीसदी की दर से आगे बढ़ने का अनुमान जताया था।
देश की अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस में कह रही है कि भारत बाकी देशों से बेहतर स्थिती में है, लेकिन क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 2019 के लिए आर्थिक मोर्च पर झटका दिया है। मूडीज ने भारत के जीडीपी ग्रोथ का आंकड़ा घटा दिया है। मूडीज के मुताबिक भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
मूडीज ने इससे पहले भारत की इकॉनमी को 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद जताई थी। अब मूडीज ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 0.6 प्रतिशत कम कर दिया। साथ ही 2020 के लिए जीडीपी ग्रोथ दर के अनुमान को 7.30 से घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया।
मूडीज की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती ने एशियाई निर्यात पर प्रतिकूल असर डाला है और कारोबार का अनिश्चित माहौल निवेश पर भारी पड़ा है। इससे पहले जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने भी जून की तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।
बता दें कि भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है. ऑटोमोबाइल सेक्टर की हालत बेहद ख़राब है. बिक्री में आई भारी गिरावट के चलते कंपनियों को न सिर्फ प्रोडक्शन बंद करना पड़ा है बल्कि अपने कर्मचारियों की भी छुट्टी करनी पड़ रही है। दूसरी ओर देश की सबसे बड़ी बिस्किट निर्माता कंपनी पारले प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड अपने यहां से 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने के लिए मजबूर है।
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Published: 23 Aug 2019, 8:00 PM