महाराष्ट्रः बाढ़ और भूस्खलन प्रभावितों की मदद करेगी उद्धव सरकार, पीड़ितों को देगी मुफ्त राशन, मिट्टी का तेल
महाराष्ट्र में बारिश का कहर लगातार जारी है। राज्य में बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन के कारण अलग-अलग जिलों में अब तक 82 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अभी भी कई लोग लापता है, जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है, लेेकिन उसमें काफी मुश्किलें आ रही हैं।
महाराष्ट्र में लगातार भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण अलग-अलग जिलों में अब तक 82 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अभी भी कई लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है। लगातार हो रही तेज बारिश के कारण राहत और बचाव कार्य में काफी मुश्किलें आ रही हैं, जिससे मलबे और कीचड़ में दबे लोगों को ढूंढना मुश्किल हो रहा है।
भारी बारिश और बाढ़ से आई इस आपदा में राज्य के 7 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। लोगों की मुश्कलों को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों के लोगों को बड़ी पाहत देने का ऐलान किया है। राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने शनिवार को कहा कि लगभग 89,000 लोग रायगढ़, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, सांगली, कोल्हापुर और सतारा के तबाह क्षेत्रों में बेघर हो गए हैं, जो गुरुवार से मूसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। सरकार राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को मुफ्त खाद्यान्न और मिट्टी का तेल मुहैया कराएगी। उन सभी लोगों को विशेष सहायता दी जाएगी, जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है।
मंत्री ने कहा कि सरकार मार्च 2019 की सरकारी नीति के अनुसार प्रत्येक परिवार को 10 किलो गेहूं, 10 किलो चावल, पांच किलो दाल और पांच लीटर मिट्टी का तेल उपलब्ध कराएगी। केरोसिन लोगों को अपना भोजन पकाने में मदद करेगा, क्योंकि कई क्षेत्र अभी भी जलमग्न हैं और बिजली के बिना हैं और पिछले तीन दिनों से बाढ़ के कारण अन्य ईंधन की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
छगन भुजबल ने कहा कि उन क्षेत्रों में जहां सरकार द्वारा संचालित प्रमुख शिव भोजन थाली केंद्र जलमग्न या बह गए हैं, अधिकारी आस-पास के अन्य स्थानों से खाने के लिए तैयार भोजन ले जाएंगे। मंत्री ने कहा, "हमने लोगों की मदद के लिए छह जिलों में शिव भोजन थाली की आपूर्ति को दोगुना करने का फैसला किया है, क्योंकि घरों में गंदगी और कीचड़, सड़कों के बह जाने और जीवन यापन की अन्य समस्याओं के कारण अन्य प्रकार की कमी है।"
हालांकि, शिव भोजन थाली के पैकेट चाहने वालों के लिए इसकी सप्लाई बिजली आपूर्ति, मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी के अभाव में बाधित है। उन्होंने कहा कि लोगों को सामान्य स्थिति वापस आने तक अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तहसीलदार की मशीनरी का उपयोग करने की अनुमति होगी।
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