महाराष्ट्र: बीजेपी की ‘रातनीति’ पर भारी शरद पवार की राजनीति, सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई
महाराष्ट्र के सियासी घमासान में बीजेपी की रातनीति पर शरद पवार की राजनीति भारी पड़ती नजर आ रही है। इस बीच शिवसेना-एनसीपी अपने विधायकों को एकजुट करने में कामयाब रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट में आज फिर इस मामले की सुनवाई होनी है।
महाराष्ट्र में बीजेपी की ‘रातनीति’ के जवाब में शरद पवार की राजनीति भारी पड़ती नजर आ रही है। मुंबई से लेकर दिल्ली तक और राजभवन से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची महाराष्ट्र की सियासी तपिश अभी भी गर्म है और सोमवार को सुबह 1030 बजे इस पर एक बार फिर कानूनी दांव पेच सुप्रीम कोर्ट में चले जाएंगे। इस दौरान मुंबई के अलग-अलग होटलों, नेताओं के घरों और वकीलों के दफ्तरों में महाराष्ट्र में अगली सरकार की स्क्रिप्ट लिखी जा रही है।
महाराष्ट्र अब राजनीति का महासंग्राम बन गया है। एक तरफ संवैधानिक परंपराओं और लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तार-तार किए जाने की कुटिल नीति है तो दूसरी तरफ एक परिवार और पार्टी के बिखराव के संकेत देती राजनीति। राजनैतिक और पारिवारिक रिश्तों को रात की स्याही में स्वाह कर वजीर के वजीर बने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार हलफ उठाने के करीब 36 घंटे तक खामोशी अख्तियार किए रहे। और जब बोले तो सीधे प्रधानमंत्री का धन्यवाद और महाराष्ट्र में बीजेपी-एनसीपी की स्थिर सरकार का वादा किया।
इस दौरान महाराष्ट्र में शनिवार को हुए राजनीतिक उलटफेर पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, राज्य, फडणवीस और अजित पवार को नोटिस जारी किया है। अब सुप्रीम कोर्ट के सोमवार के आदेश पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। इसके बावजूद मुंबई में सियासी हलचल पल-पल बदल रही हैं। इसी बीच एनसीपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने रविवार को अजित पवार के घर जाकर उन्हें मनाने की कोशिश की। वहीं एनसीपी के सभी बागी विधायक पार्टी में वापस लौटने लगे हैं। हालांकि बीजेपी का दावा है कि उसके पास पूर्ण बहुमत है और वह सदन में इसे साबित कर सकती है।
रविवार दोपहर किए एक के बाद एक 21 ट्वीट में ज्यादातर तो बीजेपी के मंत्रियों, नेताओं आदि की शुभकामनाएं स्वीकारने और धन्यवाद देने वाले थे, लेकिन एक ट्वीट ऐसा था जिसने राजनीति की अनिश्चितताओं को एक नया मोड़ दे दिया। इस ट्वीट में अजित पवार ने कहा, ‘मैं एनसीपी में था, एनसीपी में हूं, और शरद पवार मेरे नेता थे और हैं।‘ अजित पवार के इस ट्वीट से कयासों की बाजार गर्म हो गया। तुरंत ही शरद पवार ने भी जवाब दिया कि अजित पवार का ट्वीट उलझाने वाला है और बीजेपी के साथ एनसीपी के गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ मुंबई के एक होटल में एनसीपी और शिवसेना विधायकों को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, “घबराओ मत, यह गठबंधन (शिवसेना-एनसीपी) लंबे समय तक चलेगा और हम महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे।”
इस दौरान यह लड़ाई सड़कों तक आने लगी है। लातूर में बीजेपी और एनसीपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 17 के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
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