महाराष्ट्रः राहुल गांधी ने तावड़े के वायरल वीडियो पर पीएम मोदी से पूछा- ये 5 करोड़ किसके ‘सेफ’ से निकला
बहुजन विकास आघाडी के नेता और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े को पालघर जिले के एक होटल में घेर लिया और मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप लगाया। पार्टी कार्यकर्ताओं के अनुसार, तावड़े के पास से करोड़ों रुपये का बैग भी मिला है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के वायरल वीडियो पर पीएम मोदी पर कटाक्ष किया और पूछा कि ये पांच करोड़ रुपये किसके ‘सेफ’ से निकला है और जनता का पैसा लूटकर किसने टेम्पो में भेजा है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। लेकिन मतदान से पहले बीजेपी नेता पर मतदाताओं को पैसे बांटने के आरोप से विवाद खड़ा हो गया है।
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर बीजेपी नेता विनोद तावड़े से संबंधित वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘मोदी जी, यह 5 करोड़ किसके ‘सेफ’ से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेम्पो में भेजा?’’ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ वाले हालिया बयान की ओर इशारा करते हुए यह तंज कसा है।
दरअसल बहुजन विकास आघाडी के नेता हितेंद्र ठाकुर ने महाराष्ट्र चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को आरोप लगाया कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद तावडे ने पालघर जिले के एक निर्वाचन क्षेत्र में एक होटल में मतदाताओं को करोड़ों रुपये बांटे हैं। बहुजन विकास आघाडी के कार्यकर्ताओं ने तावड़े को होटल में घेर लिया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि, बीजेपी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ठाकुर का दावा प्रचार का हथकंडा मात्र है और महा विकास आघाडी (एमवीए) हार को भांपकर ये आरोप लगा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता और सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया मंचों पर वायरल एक वीडियो का हवाला देते हुए यह भी कहा कि मतदान से एक दिन पहले प्रकाश में आए इस गंभीर विषय पर निर्वाचन आयोग मूकदर्शक बने नहीं रह सकता। सुप्रिया ने कहा, ‘‘बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े खुलेआम पैसे बांटने एक होटल में पहुंचे थे। उनके पास से पांच करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं। इसके साथ ही उनके पास एक डायरी मिली है, जिसमें 15 करोड़ रुपये का लेखा-जोखा है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ये पैसा चुनाव के महज कुछ घंटे पहले क्यों बांटा जा रहा है? नियम कहता है कि चुनाव प्रचार थम जाने के बाद कोई भी किसी दूसरे चुनावी इलाके में नहीं रह सकता, ऐसे में विनोद तावड़े विरार इलाके में क्या कर रहे थे?’’ उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र के स्वाभिमान का अपमान हो रहा है। सुप्रिया ने एक अन्य मामले का उल्लेख करते हुए दावा किया कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने महाराष्ट्र में विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े खर्च का सच राज्य की जनता से छिपाया है।
वहीं, बीजेपी के विनोद तावड़े पर महाराष्ट्र चुनाव से पहले पैसे बांटने का आरोप लगने पर राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, "हमें बताया गया है कि विनोद तावड़े से एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें दिखाया गया है कि 10 करोड़ रुपये पहले ही बांटे जा चुके हैं। कल भी उनके पास से 5 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग ने बीजेपी नेताओं के लिए कोई नया नियम नहीं बनाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वे पहले वोट जिहाद की बात कर रहे थे, लेकिन अब नोट जिहाद का सहारा ले रहे हैं... अब कोई भी उन पर और उनके बहानों पर विश्वास नहीं करने वाला है... जब कल शाम 5 बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो गया, तो विनोद तावड़े अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को पत्र क्यों बांट रहे थे, जैसा कि वे कहते हैं?
बहुजन विकास अघाड़ी द्वारा बीजेपी के विनोद तावड़े पर महाराष्ट्र चुनाव से पहले पैसे बांटने का आरोप लगाने पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "उन्हें पता है कि वह बीजेपी के महासचिव हैं और चुनाव आयोग उनके खिलाफ कुछ नहीं करने जा रहा है। मेरा सवाल है - चुनाव आयोग ने क्या कार्रवाई की है? स्पष्ट सबूत हैं, और वे रंगे हाथों पकड़े गए हैं... कानून का शासन सभी पर लागू होना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति रंगे हाथों पकड़ा जाता है, तो उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र के लोगों से हमारी अपील है कि यह इस बात का संकेत है कि वे (बीजेपी) कहां खड़े हैं। लोग इन चीजों पर स्पष्ट फैसला देंगे।